पूर्णिया में 5 माह पहले युवक का हुआ था अपहरण, जमीन के अंदर से शव बरामद, जेसीबी से खुदाई कर निकाला गया
सुपौल में जेसीबी की मदद से खेत की खुदाई कर युवक का शव बरामद किया गया. युवक पांच महीने पहले अपहरण कर लिया गया था
Bihar News: सुपौल के छातापुर थाना क्षेत्र के चकला पलार के समीप मिरचैया धार के किनारे जेसीबी के सहयोग से खेत की खुदाई कर एक युवक के शव को बरामद किया गया है. शव की पहचान जदिया थाना क्षेत्र के कोरियापट्टी पश्चिम निवासी नीतीश कुमार के रूप में की गयी है. बताया जा रहा है कि बीते 20 दिसंबर की रात छातापुर स्थित एक निजी अस्पताल से घर लौटने के क्रम में नीतीश का अपहरण कर लिया गया था. त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपीन कुमार की मौजूदगी में शव बरामद होने के बाद पुलिस पोस्टमार्टम सहित आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
जानकारी अनुसार वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर पुलिस को यह सफलता मिली है. मोबाइल नंबर का सीडीआर निकाले जाने के बाद जदिया थाना क्षेत्र के मानगंज निवासी रमेश फौजी नामक युवक को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने शुक्रवार की रात ललितग्राम थाना क्षेत्र से रमेश को गिरफ्तार कर हिरासत में पूछताछ की.
शनिवार को हिरासत में सख्ती से पूछताछ के बाद रमेश ने अपहरण व हत्या की बात स्वीकारी. स्वीकारोक्ति के बाद उसने शव दफनाये गये स्थल को भी बताया. रविवार को सीओ कुमार राकेश, थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार जेसीबी के साथ उक्त स्थल पर पहुंचे. पुलिस अभिरक्षा में आरोपी रमेश को भी स्थल पर ले जाया गया. लेकिन दोपहर तक शव बरामदगी को लेकर कोई सफलता नहीं मिली. दोपहर बाद एसडीपीओ विपीन कुमार कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और शव की तलाशी फिर से शुरू गई. घंटों मशक्कत के बाद संध्याकाल शव को ढूंढ लिया गया.
अपहृत नीतीश के पिता ही निकले घटना के मुख्य साजिशकर्ता
मृतक नीतीश के ससुर त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के लतौना निवासी गजेंद्र यादव ने बताया कि 2021 में उनकी पुत्री चंचल व नीतीश का लव मैरिज हुआ था. दोनों से एक साल का पुत्र आर्यन है. इस शादी से उनके समधी भूपेंद्र यादव नाराज चल रहे थे और दहेज के नाम पर उनसे लाखों रूपये की मांग की जा रही थी. हांलाकि समधिनी सहित उनका पूरा परिवार इस शादी से खुश हैं.
उन्होंने बताया कि उनके समधी ने छातापुर थाना में अपने पुत्र के अपहरण की प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी. प्राथमिकी के बाद वे मामले में दिलचस्पी नहीं ले रहे थे. कांड के अनुसंधान व अपहृत की सकुशल बरामदगी को लेकर पुलिस भी सुस्त बनी रही. वरीय अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस उद्भेदन को लेकर सक्रिय हुई. नीतीश के पिता सहित उनके घर के चार मोबाइल नंबर पुलिस को उपलब्ध कराये गये. पुलिस ने जब सीडीआर निकाला तब सच्चाई सामने आ गई. घटना के मुख्य आरोपी रमेश फौजी को गिरफ्तार किया गया. जबकि साजिश में संलिप्त नीतीश के पिता और उसके कई रिस्तेदार फरार हो गये हैं.
क्या कहते हैं एसडीपीओ
त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपीन कुमार ने पूछने पर बताया कि खुदाई में शव मिल गया है. शव बरामदगी के बाद पोस्टमार्टम को लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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