लोहे के पुल का दोनों एप्रोच क्षतिग्रस्त, चार व तीन पहिया वाहनों का आवागमन बंद
लोग आवागमन के लिए पुल के दक्षिणी एप्रोच पर बांस की चचरी बनाकर आवागमन कर रहे हैं
कुनौली. सीमा क्षेत्र के कुनौली शीतल चौक के समीप बने लोहे के पुल का दोनों एप्रोच क्षतिग्रस्त हो गया है. जिससे कभी भी एक बड़ी घटना हो सकती है. लोग आवागमन के लिए पुल के दक्षिणी एप्रोच पर बांस की चचरी बनाकर आवागमन कर रहे हैं. पुल जर्जर रहने से चार और तीन पहिया वाहन का आवागमन पूर्ण रुप से बंद है. मालूम हो कि इसी पुल के नीचे से नेपाल से बहकर आने वाली खारो व जीता नदी तिलयुगा नदी में मिलती है. यह सड़क कुनौली बाजार होते हुए इंडो-नेपाल मार्ग को जोड़ती है. पुल जर्जर रहने से कमलपुर, हरिपुर, कुनौली पश्चिम टोला, ब्राह्मण टोला आदि के लोग इसी जर्जर पुल से आवागमन करने को विवश हैं. प्रखंड से जिला तक के अधिकारियों का इस ओर से आवागमन होता है. लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं जाता है. स्थानीय निवासी रामाकांत सिंह ने बताया कि पुल जर्जरता रहने से पांच पंचायत के लोगों को आवागमन में भारी परेशानी होती है. अविलंब नये पुल व एप्रोच पथ का निर्माण होना चाहिये. सुरेश वर्मन ने कहा कि इस पुल के एप्रोच पथ टूटने से व्यापारियों व आमलोगों को भारी परेशानी होती है. खासकर बाढ़ का पानी जब इसमें भरा रहता है तो लोग काफी डरे व सहमे रहते हैं. अविलंब इस समस्या का निदान होना चाहिए. ताकि आवागमन में समुचित सुविधा हो. वहीं दुखन झा ने कहा कि पुल के एप्रोच पथ को देखने वाला कोई नहीं है. सभी नेता केवल वोट की मांग करने आते हैं और झूठा आश्वासन देकर चले जाते हैं. पुल के मुहाने की मरम्मत आवश्यक है. नहीं तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.
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