सुपौल: सीमा क्षेत्र कुनौली से निर्मली जाने वाली भुतहा रिंग बांध मार्ग में कई वर्षों से पुल क्षतिग्रस्त रहने के कारण स्थानीय लोगों को आवागमन में भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. ज्ञात हो कि कुनौली से भुतहा होकर निर्मली जाने वाली मुख्य रिंग बांध सड़क एनएच 57, अनुमंडल मुख्यालय और दो विधानसभा को जोड़ती है. इस मुख्य मार्ग में दो जगह नरेंद्रपुर और डगमारा में कई वर्षों से पुल टूटा हुआ है. नरेंद्रपुर में घोरदह नदी के ऊपर और डगमारा में तिलयुगा नदी के ऊपर पुल का निर्माण नहीं होने के कारण आवागमन सुचारु रूप से संचालित नहीं हो पा रहा है. दोनों जगहों पर डायवर्सन के माध्यम से लोगों की आवाजाही हो रही है. लेकिन बारिश के इस मौसम में नेपाल से बहकर आने वाली खारों, जीता, तिलयुगा व घोरदह जैसी नदियों में उफान आने के बाद डायवर्सन क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसके कारण लोगों को आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ रही है.
स्थानीय निवासी रविन्द्र कामत, लखन शर्मा, सत्यनारायण रजक, जगदीश रजक, अजय रजक, संतोष, छोटू झा, अमन झा, मनु झा, राहुल झा, विजय यादव, ओमप्रकाश साह, जयप्रकाश साह, सत्यनारायण कामत, गुलाब सिंह, बीरेंद्र मंडल, मो सिकंदर, संतोष कुमार, दामोदर मंडल, मो हासिम आदि ने बताया कि यह मार्ग एनएच 57, अनुमंडल मुख्यालय निर्मली सहित विधानसभा, इंडो-नेपाल और दो जिलों को जोड़ती है.
वर्षों बीत जाने के बाद भी रिंग बांध में नरेन्द्रपुर और डगमारा में पुल का निर्माण नहीं हो पाया है. बरसात के मौसम में आवागमन के लिये बनाया गया डायवर्सन बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हो जाता है. जिससे उक्त मार्ग में यातायात व्यवस्था ठप पड़ जाती है. ग्रामीणों ने संबंधित विभाग से उक्त दोनों स्थानों पर अविलंब पुल निर्माण की मांग की है. बारिश के बाद पुल का होगा निर्माण इस बाबत पश्चिमी कोशी तटबंध के कार्यपालक अभियंता सतीश कुमार ने बताया कि मार्ग में नरेंद्रपुर में घोरदह नदी के पानी के बहाव के ऊपर एंटी फ्लड स्लुइस पुल और डगमारा में तिलयुगा नदी डबल लेन रोड ब्रिज का निर्माण शुरू किया गया है. बाढ़ के कारण कार्य बंद किया है. बारिश के बाद फिर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जायेगा.