वीर बाल दिवस पर बच्चों को दी गयी साहसी और निडर रहने की सीख
वीर बाल दिवस के अवसर पर नगर परिषद के झखराही स्थित मां ट्यूशन सेंटर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
सुपौल. वीर बाल दिवस के अवसर पर नगर परिषद के झखराही स्थित मां ट्यूशन सेंटर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता वीर बाल दिवस के जिला संयोजक नलिन जायसवाल ने की. उन्होंने अपने संबोधन में वीर बाल दिवस के विषय में कहा कि सिख धर्म के दसवें गुरु, गुरुगोविंद सिंह के साहबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह के शहादत में वीर बाल दिवस मनाया जाता है. भाजपा संयुक्त मोर्चा के जिला प्रभारी अशोक शर्मा ने कहा कि साहिबजादे ने धर्म और मानवता के लिए अपने जान न्योछावर कर दिया और मुगलों के खिलाफ डटकर खड़े रहे. लेकिन धर्म परिवर्तन नहीं किया. गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्र अजय सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह थे. मुगलों ने धर्म परिवर्तन के लिए चारों भाई की हत्या कर दी. जोरावर सिंह और फतेह सिंह की हत्या की खबर सुनकर उनकी मां ने भी दम तोड़ दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी शहादत में वीर बालक दिवस मनाने का निर्णय लिया. कार्यक्रम में महिला मोर्चा की जिला महामंत्री सारिका कुमारी ने कहा कि वीर बाल दिवस के अवसर पर हमारे बच्चों को सीख लेने की जरूरत है कि हमें साहसी और निडर होना चाहिए. इस अवसर पर भाजपा किसान मोर्चा के सोशल मीडिया प्रभारी राजेश मल्लिक, रूपेश गुप्ता, मोहिनी देवी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
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