निर्मली.
नगर पंचायत क्षेत्र में गुरुवार को सफाई कर्मियों ने जमकर बवाल काटा. नये एवं पुराने सफाई कर्मी आपस में इस कदर लड़ने लगे कि पुलिस को हस्तक्षेप करनी पड़ी. मालूम हो कि नगर पंचायत में सफाई को लेकर विगत एक सप्ताह से कार्यपालक पदाधिकारी, वार्ड पार्षद और सफाई कर्मियों के बीच साफ-सफाई को लेकर आपस में विवाद चल रहा है. नगर पंचायत क्षेत्र की सफाई भी कई दिनों तक बंद रहने से नगरवासी आक्रोशित हो उठे. नगर वासियों के आक्रोश के आगे कार्यपालक पदाधिकारी ने अपने हाथ में झाड़ू लेकर साफ सफाई करने सड़क पर उतर गये. नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी ने साफ-सफाई कार्य कराने के लिए नये सिरे से कुछ सफाई कर्मियों का बहाल कर दिया. गुरुवार की सुबह से नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी नवनियुक्त सफाई कर्मियों से साफ-सफाई का कार्य करवा रहे थे. इसी दौरान नगर पंचायत में पहले से नियुक्त सफाईकर्मी जो हड़ताल पर थे, वह नये सफाई कर्मियों से उलझ गये. जिसके बाद दोनों के बीच झड़प भी हो गयी. करीब आधा घंटा तक पुराने सफाई कर्मियों का बवाल जारी रहा. जिसके बाद घटना की जानकारी निर्मली पुलिस को दी गयी. जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार दल बल के साथ हंगामा स्थल पहुंचे और मामले को शांत कराया. हंगामा कर रहे पुराने सफाई कर्मियों का कहना था कि नगर पंचायत में वे लोग कोरोना काल से ही साफ-सफाई का कार्य कर रहे हैं. लेकिन आज तक कार्यालय के द्वारा ईपीएफ का भुगतान नहीं किया गया है. जब वे लोग अपनी मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए तो यहां के अधिकारी द्वारा उनलोगों को हटाकर नये सफाई कर्मी को नियुक्ति कर दिया. जो उनलोगों के साथ नाइंसाफी है. मामले को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी शशिकांत ने निर्मली थाना में आवेदन दिया है. जिसमें कार्यपालक पदाधिकारी ने नये सफाई कर्मियों के साथ मारपीट का आरोप लगाते हुए 10 पुराने सफाई मजदूर को नामजद व 25 अज्ञात को आरोपी बनाया है. थानाध्यक्ष अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि नगर पंचायत निर्मली के कार्यपालक पदाधिकारी शशिकांत द्वारा थाना को आवेदन मिला है. जिसमें 10 नामजद एवं 25 अज्ञात सफाई मजदूर के ऊपर प्राथमिक की दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है