जीवन में स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता जरूरी : प्राचार्य
उन्होंने स्वच्छता और सफाई को गांधीवादी जीवनशैली का अभिन्न अंग बनाया
त्रिवेणीगंज. अनूप लाल यादव कॉलेज के परिसर में गुरुवार को स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत प्राचार्य डॉ जयदेव प्रसाद यादव की अध्यक्षता में महाविद्यालय परिसर में स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्राचार्य ने कहा कि स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है. जीवन में स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता आवश्यक है. सभ्य समाज निर्माण के लिए स्वच्छता आवश्यक है. स्वच्छता के बिना राष्ट्र का विकास संभव नहीं है. प्राचार्य ने कहा कि गांधीजी के नेतृत्व में भारतीयों को आज़ादी तो मिली, लेकिन स्वच्छ भारत का उनका सपना आज भी अधूरा है. महात्मा गांधी ने कहा था, “स्वच्छता आज़ादी से ज़्यादा ज़रूरी है. उन्होंने स्वच्छता और सफाई को गांधीवादी जीवनशैली का अभिन्न अंग बनाया. उनका सपना था सभी के लिए संपूर्ण स्वच्छता. शारीरिक तंदुरुस्ती और स्वस्थ वातावरण के लिए स्वच्छता सबसे ज़रूरी है. इसका सार्वजनिक और व्यक्तिगत स्वच्छता पर असर पड़ता है. हर किसी के लिए स्वच्छता, सफ़ाई और खराब स्वच्छता स्थितियों के कारण होने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में सीखना ज़रूरी है. छोटी उम्र में सीखी गई आदतें व्यक्ति के व्यक्तित्व में समा जाती है. भले ही हम बचपन से ही खाने से पहले हाथ धोने, नियमित रूप से दांत साफ करने और नहाने जैसी कुछ आदतें डाल दें, लेकिन हम सार्वजनिक स्थानों की सफ़ाई के बारे में चिंतित नहीं होते. कार्यक्रम में प्रो अशोक कुमार, प्रो अरुण कुमार, प्रो सुरेंद्र प्रसाद यादव, प्रो कमल किशोर यादव, डॉ अरविंद कुमार, प्रो नारायण चौधरी, प्रो कुलानंद यादव, प्रो अरुण कुमार, प्रो शंभू यादव, सुरेंद्र कुमार, भूषण कुमार, गगन कुमार, दिग्दर्शन आदि मौजूद थे.
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