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हरियाली के साथ-साथ मनुष्य के जीवन में स्वच्छता की है जरूरत : निरीक्षी न्यायाधीश

इंदौर शहर के तर्ज पर क्लीन शहर बनाने का लिया गया संकल्प

– इंदौर शहर के तर्ज पर क्लीन शहर बनाने का लिया गया संकल्प- जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में पर्यावरण संरक्षण को लेकर किया गया पौधरोपणसुपौल. जिला व्यवहार न्यायालय परिसर में गुरुवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार व निरीक्षी न्यायाधीश राजीव रॉय के मार्गदर्शन में थैंक यू 2024 एवं वेलकम 2025 के थीम के साथ क्लीन शहर, ग्रीन शहर मुहिम के तहत पौधरोपण कार्यक्रम किया गया. इस मौके पर वर्चुअल माध्यम से लोगों को संबोधित करते निरीक्षी न्यायाधीश राजीव रॉय ने कहा कि कोर्ट परिसर से शुरू किया गया मुहिम को लगातार चलाने की जरूरत है. हरियाली के साथ-साथ स्वच्छता भी मनुष्य के जीवन में जरूरी है. शहर में एक ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है. पूरा शहर धूल हो गया है. कंपनी अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है. लोग भी समझ लिए हैं कि जब तक निर्माण पूरा होगा हमें ऐसे ही रहना है. उन्होंने कहा कि इंदौर में एक आदमी की सोच ने इंदौर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बना दिया. इसी सोच के तहत सुपौल को बिहार में सबसे क्लीन शहर बनाने की जरूरत है. इसके लिए सबों को प्रयास करना होगा. मीडियाकर्मी से अपील करते कहा कि इस मुहिम में आपका योगदान अहम है. फोरेस्टर अंजली की प्रशंसा करते कहा कि एक महिला की प्रोजेटिव सोच को गति देने की जरूरत है. इसके बाद पौध रोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम के तहत कोर्ट परिसर में लगभग चार दर्जन औषधीय और फलदार पौधे लगाये गये. जबकि 300 से अधिक पौधे का वितरण किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह, प्रधान न्यायाधीश राहुल उपाध्याय, डीएम कौशल कुमार सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी, न्यायाधीशों व न्यायालय कर्मियों द्वारा संयुक्त रूप से पौध रोपण कर किया गया. कोर्ट परिसर में आम, कटहल सहित अन्य फलदार पौधे लगाकर लोगों को पर्यावरण की रक्षा का संकल्प दिलाया गया. मंच संचालन न्यायिक दंडाधिकारी सुदीप पांडे व स्वाती चतुर्वेदी ने किया. जबकि स्वागत भाषण जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव हेमंत कुमार व धन्यवाद ज्ञापन मुंसिफ आयुषी चौधरी ने किया. मौके पर डी एंड एएसजे वन गजलफर हैदर, टू निशिकांत ठाकुर, थ्री सुनील कुमार त्यागी, गौतम कुमार यादव, तरूण कुमार झा, वृज कुमार सिंह, विशेष न्यायाधीश उत्पाद अभिषेक मिश्रा, अमित कुमार, एसीजेएम वन गुरूदत्त शिरोमणी, प्रधान मजिस्ट्रेट अरविंद मिश्रा, भवेश कुमार, चेतन आनंद, आदित्य प्रकाश, एसडीजेएम कंचन यादव, सिविल सर्जन डॉ ललन ठाकुर, डीएसपी मुख्यालय शब्बीर शेख, डीएफओ प्रतीक आनंद, नगर परिषद इओ देवर्षि रंजन, विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष नागेंद्र नारायण ठाकुर, सचिव दीप नारायण भारती, सर्वेश कुमार झा, पंकज झा, सौरभ मोहन ठाकुर आदि मौजूद थे.

धरा को हरा भरा करने के लिए मनुष्य के जीवन में पौधरोपण है जरूरी : जिला जज

प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह ने कहा कि इस मुहिम से आम लोगों को जुड़ने की जरूरत है. एक पेड़ सौ पुत्रों के समान है. जैसे हम अपने संतान की रक्षा करते हैं उसी प्रकार हमें पेड़ पौधे की भी रक्षा करनी चाहिए, तभी हम सुरक्षित रह सकते हैं. कहा कि यह सिर्फ जबावदेही नहीं बल्कि समाज के हर तबके के लोगों की जिम्मेवारी है कि वह पर्यावरण संरक्षित करने के लिए कितने संवेदनशील दिख रहे हैं. जब तक पर्यावरण सुरक्षित नहीं रहेगा तब तक हम और आप सुरक्षित नहीं रह सकते हैं. कहा कि पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़ पौधे जरूरी हैं. यह हमें जीवन के लिए ऑक्सीजन, खाने के लिए फल और गर्मी में छांव देते हैं. धरा को हरा करने व जीवन बचाने के लिए सबको पौधरोपण करना चाहिए. पर्यावरण स्वच्छ है तभी जीवन स्वस्थ है. पौधे जब बड़े होते हैं तो यह हमें फल, फूल व छाया सहित जीवन जीने के लिए आक्सीजन देते हैं. पर्यावरण और जीवन का अटूट संबंध है. पर्यावरण संरक्षण का दायित्व प्रत्येक व्यक्ति का है. पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़-पौधे जरूरी हैं. ये हमें जीवन के लिए ऑक्सीजन, खाने के लिए फल और गर्मी में छांव देते हैं. धरा को हरा-भरा करने एवं जीवन को बचाने के लिए सबको पौधारोपण का संकल्प लेने की जरूरत है. कहा कि वृक्षों में देवताओं का वास होता है. पीपल, विष्णु और कृष्ण का, वट का वृक्ष ब्रह्मा, विष्णु और कुबेर का माना जाता है, जबकि तुलसी का पौधा लक्ष्मी और विष्णु, सोम चंद्रमा का, बेल शिव का, अशोक इंद्र का, आम लक्ष्मी का, कदंब कृष्ण का, नीम शीतला और मंसा का, पलाश ब्रह्मा और गंधर्व का, गूलर विष्णु रूद्र का और तमाल कृष्ण का माना जाता है. इसके अलावा अनेक पौधे ऐसे हैं, जो पूजा-पाठ में काम आते हैं, जिनमें महुआ और सेमल आदि शामिल हैं.

पौधा लगाएं, दुनिया बचाएं : डीएम

जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि वृक्ष लगाएं, दुनिया बचाएं, हम वृक्ष लगा कर ही दुनिया और आने वाली पीढ़ी को बचा सकते हैं. कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम 10 पौधा अवश्य लगाना चाहिये. जन्म से लेकर मृत्यु तक वृक्ष का काम होता है. वृक्ष की कटाई के कारण पर्यावरण असंतुलित हो रही है. पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के किसी भी खुशी के मौके पर एक पौधा लगा कर पर्यावरण बचाने के लिए लिए प्रण लेने की जरूरत है. कहा कि 15 जून से 15 अक्टूबर तक जिले में 05 लाख 32 हजार पौधे लगाये गये हैं.

इंसान व कुदरत के बीच है गहरा रिश्ता : प्रधान न्यायाधीश

प्रधान न्यायाधीश राहुल उपाध्याय ने कहा कि जब से दुनिया शुरू हुई है, तभी से इंसान और कुदरत के बीच गहरा रिश्ता रहा है. पेड़ों से पेट भरने के लिए फल-सब्जियां और अनाज मिला. तन ढकने के लिए कपड़ा मिला. घर के लिए लकड़ी मिली. इनसे जीवनदायिनी ऑक्सीजन भी मिलता है, जिसके बिना कोई एक पल भी जिंदा नहीं रह सकता. इनसे औषधियां मिलती हैं. पेड़ इंसान की जरूरत हैं, जीवन का आधार हैं.

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