अवैध नर्सिंग होम व जांच घर की जांच को लेकर परिवाद दायर
सिमराही निवासी सह आरटीआई कार्यकर्ता घनश्याम पांडेय ने बिहार लोक शिकायत निवारण शाखा सुपौल में परिवाद दायर किया है
राघोपुर.
सिमराही निवासी सह आरटीआई कार्यकर्ता घनश्याम पांडेय ने बिहार लोक शिकायत निवारण शाखा सुपौल में परिवाद दायर किया है. दायर परिवाद में उन्होंने कहा है कि सुपौल जिले में दिन-प्रतिदिन खुल रहे अवैध निजी नर्सिंग होम, प्राइवेट अस्पताल, पैथोलॉजी एवं जांच घर, निजी क्लिनिक एवं पॉलिक्लिनिक तथा अल्ट्रासाउंड सेंटरों की जांच एवं मॉनिटरिंग क्षेत्रीय स्वास्थ्य पदाधिकारी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को सूची बनाकर एवं चिह्नित करते हुए प्रतिवेदन उच्चाधिकारी को प्रेषित करना है व ऐसे गलत संस्थानों, जो विभागीय मानक प्रावधान अनुसार संचालित नहीं है, उसे सील करते हुए एवं प्राथमिकी दर्ज करना है, जो संपूर्ण रूप से नहीं हो रहा है. कभी-कभार एक-दो संस्थानों की जांच कर खानापूर्ति की जा रही है. कहा है कि गत दिनों भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा जिस जांच घर का उद्घाटन किया गया. उसका उन्होंने अनुमति से संबंधित जांच नहीं किया. कहा है कि फर्जी संस्थानों में प्रतिदिन गरीबों का आर्थिक शोषण हो रहा है. गलत जांच रिपोर्ट के कारण निर्दोष लोग मौत का बुलावा एवं विकलांगता को आजीवन प्राप्त हो रहे हैं. संघर्ष कर कानूनी लड़ाई लड़ना एवं जान का मुआवजा प्राप्त कर लेना आम लोगों के सामर्थ्य में नहीं है. श्री पांडेय ने आवेदन के माध्यम से मांग किया है कि ऐसे अवैध रूप से संचालित क्लिनिक, जांच घर आदि की जांच कर उचित कार्यवाही की जाये.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है