सुपौल.
पिपरा प्रखंड के दीनापट्टी गांव में 603.68 करोड़ की लागत से बनाये जा रहे लोहिया चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के निर्माण कार्य का शुक्रवार को जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया. इस दौरान डीएम ने गुणवत्तापूर्ण कार्य समय अवधि के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया. मालूम हो कि उक्त कार्य 36 महीने के अंदर पूरा करने का लक्ष्य निर्माण कंपनी को दिया गया है. कोसी प्रभावित इस जिले में मेडिकल कॉलेज खुलने से अब यहां के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलेगा. अब यहां के लोगों को इलाज के लिए दूसरी जगह नहीं जाना होगा. मेडिकल कॉलेज बनने से ग्रामीण इलाके में नये रोजगार के अवसर पैदा होंगे. मेडिकल कॉलेज की दूरी सुपौल-पिपरा एनएच 327 ई की महज एक किलोमीटर तथा पिपरा बाजार की दूरी मात्र दो किलोमीटर है. वहीं पिपरा बाजार से आगे अवस्थित कमलपुर पुल से उक्त स्थल की दूरी मात्र दो किलोमीटर है. जहां सड़क बन जाने से एनएच 106 से भी उक्त मेडिकल कॉलेज स्थल का सीधा संपर्क हो जायेगा. दो एनएच के बीच बनने वाले इस मेडिकल कॉलेज तक पहुंचने में मरीजों व आमलोगों को काफी सुविधा मिलेगी. डीएम श्री कुमार ने बताया कि उक्त मेडिकल कॉलेज तक जाने के लिए और तीन सड़क का प्रस्ताव भेजा गया है. जिसकी स्वीकृति मिल जाने के बाद कॉलेज तक जाने के लिए कुल पांच सड़कें हो जायेंगी. मौके पर एसडीएम इंद्रवीर कुमार, सीओ उमा कुमारी, कारी प्रसाद यादव, संवेदक आदि मौजूद थे.29.50 एकड़ में बन रहा मेडिकल कॉलेज
लोहिया मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिये 25 एकड़ भूमि की आवश्यकता होती है. लेकिन स्थानीय ग्रामीणों व भू-दाताओं के सहयोग से लोहिया मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के लिये लगभग 17.5 एकड़ व सरकारी गैरमजरूआ आम-खास 12.45 एकड़ जमीन की व्यवस्था की गयी. जमीन की रजिस्ट्री भी बिहार के राज्यपाल के नाम से की जा चुकी है. इनमें मौजा देवीपट्टी, पिपरा एवं दीनापट्टी मौजा का जमीन शामिल हैं.मेडिकल कॉलेज के लिए 109 लोगों ने दी जमीन
लोहिया मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के लिए लगभग 109 लोगों ने मुफ्त में जमीन दान कर एक मिशाल कायम किया है. भू-दाताओं के इस नेक कार्य को लेकर आम लोग सहित जिला प्रशासन ने धन्यवाद दिया. इसमें देवीपट्टी मौजा में 80, दीनापट्टी मौजा में 25 व पिपरा मौजा के चार रैयतों ने अपनी जमीन दी.630 बेड का किया गया है प्रावधान
इस परियोजना के लिए चिकित्सा महाविद्यालय के साथ 630 बेड अस्पताल के निर्माण का प्रावधान किया गया है. जिसमें एमबीबीएस की 150 सीटें, छात्र-छात्रा के लिए 830 बेड का छात्रावास, मरीजों के लिए 630 बेड की व्यवस्था एवं अन्य कई सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी. यहां विभिन्न प्रकार के बीमारियों के इलाज के लिये आधुनिक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी. अस्पताल में ओेपीडी लेबर रूम, मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, ब्लड बैंक, रेडियोलॉजी एवं पैथोलोजी जांच की सुविधा का प्रावधान किया गया है. अस्पताल में आधुनिक लॉण्ड्री, रसोईघर, दवा भंडार एवं वितरण कक्ष, सीएसएसडी, टीएसएसयू, अग्निशमन एवं मेडिकल गैस पाइपलाइन प्रणाली की व्यवस्था की जायेगी.मरीज के परिजन के लिए भी आवंटित होगा कक्ष
परिसर में आवासीय भवन के अंतर्गत प्राचार्य आवास, अधीक्षक आवास, चिकित्सक आवास, रेजिडेंट चिकित्सक, छात्र छात्रावास, छात्रा छात्रावास, नर्स छात्रावास, टाइप टू, थ्री, फोर एवं टाइप फाइव आवासीय भवन का निर्माण किया जाना है. साथ ही मरीजों के परिजनों हेतु धर्मशाला का निर्माण किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है