गोदाम में खाद्यान्न भंडारण व्यवस्था से नाखुश दिखे खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव
नाखुश दिखे खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव
बंद पड़े गोदामों की मरम्मत कर उपयोग में लाने का दिया निर्देश
सचिव के निरीक्षण से आपूर्ति एवं एसएफसी कर्मियों में दिखे हड़कंपबिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के सचिव डॉ एन सरवन गुरुवार को छातापुर पहुंचे. डीएम कौशल कुमार के साथ पहुंचे सचिव ने मुख्यालय स्थित पशु चिकित्सालय के समीप एसएफसी गोदामों की सभी स्तरों पर जांच की. जांच के दौरान उन्होंने गोदाम में रखे खाद्यान्न की गुणवत्ता को परखा और बैग की मापी भी करवायी. गोदाम में खाद्यान्न के भंडारण व्यवस्था से वे नाखुश दिखे. जिसके बाद सचिव ब्लॉक चौक के समीप स्थित बंद पड़े दो गोदामों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने दो साल से बंद पड़े पांच सौ मैट्रिक टन क्षमता वाले गोदाम की जर्जर हालत देखकर उसकी अविलंब मरम्मत करवाने का आदेश दिया. वहीं गोदाम के बगल में एक दशक से बंद पड़े दो सौ एमटी क्षमता वाले गोदाम का भी निरीक्षण किया और इसकी मरम्मत करवाकर उसे उपयोग में लाने का आदेश दिया. कहा कि दोनों गोदाम के चालू हो जाने से सात सौ एमटी खाद्यान्न भंडारण की सुविधा मिल सकेगी. निरीक्षण के दौरान आपूर्ति एवं एसएफसी के अधिकारी पदाधिकारियों के बीच हड़कंप देखा गया.
सचिव डॉ कुमार ने बताया कि उनके द्वारा जिले के जविप्र दुकान व एसएफसी गोदाम की जांच की जा रही है. इस क्रम में वे छातापुर पहुंचे हैं. जांच के क्रम में एजीएम ने बताया है कि नेटवर्क प्राब्लम के कारण एसआईओ डीस्पैच में दिक्कत है और डीलरों को खाद्यान्न भेजने का कार्य धीमी रफ्तार में चल रहा है. इस समस्या को अविलंब दूर कराया जायेगा. खाद्यान्न भंडारण को व्यवस्थित करने के लिए सलाह के साथ चेतावनी दी गई है. बताया कि राशन कार्ड के ई-केवाईसी का कार्य लगातार जारी है और सुपौल जिले में इसकी प्रगति बहुत अच्छी है. जिले में 67 प्रतिशत राशन कार्डधारियों का ईकेवाईसी करा लिया गया है. शेष बचे कार्डधारी परिवार के जितने भी सदस्य हैं, वे बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगवाकर अपना ई केवाईसी करवा लें. कहा कि एक भी अयोग्य लाभुक के नाम से राशन कार्ड नहीं रहेगा. जो योग्य है, उसका कार्ड हर हाल में बनना चाहिए. एमडी ने सवाल के जवाब में कहा कि राशनकार्ड धारियों के लिए खाद्यान्न पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. डीलर को बोरा के बदले यदि खाद्यान्न नहीं मिल रहा है तो वे डीएम से इसकी शिकायत कर सकते हैं. मौके पर त्रिवेणीगंज एसडीएम शंभूनाथ, सुपौल एसडीएम इंद्रवीर कुमार, डीएसओ आलोक कुमार, एसएफसी डीएम रविशंकर, छातापुर एजीएम सुशील कुमार आदि मौजूद थे.
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