छोटा परिवार रखने का प्रयास करें दंपती- डॉ एएसपी

सदर अस्पताल में बुधवार को मिशन परिवार विकास अभियान के अवसर नियोजन पखवाड़ा मेला का आयोजन किया गया. मेला का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ ललन कुमार ठाकुर ने दीप प्रज्वलित कर किया

By Prabhat Khabar News Desk | September 18, 2024 6:26 PM

सदर अस्पताल में आयोजित हुआ परिवार नियोजन पखवाड़ा मेला, 17 से 30 सितंबर तक चलेगा, पहले दिन 17 महिलाओं का हुआ बंध्याकरण, सुपौल. सदर अस्पताल में बुधवार को मिशन परिवार विकास अभियान के अवसर नियोजन पखवाड़ा मेला का आयोजन किया गया. मेला का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ ललन कुमार ठाकुर ने दीप प्रज्वलित कर किया. जिसके बाद एएनएम स्कूल की छात्राओं के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगो को परिवार नियोजन से संबंधित जानकारी दी. सीएस डॉ ठाकुर ने कहा कि इस अभियान के तहत पहले 02 से 14 सितंबर तक तक दंपती संपर्क पखवाड़ा अभियान चलाया गया. वहीं 17 से 30 सितंबर तक सभी प्रखंडों में परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा संपादित किया जाना है. पखवाड़ा के सफल संचालन के लिए विभिन्न माध्यमों से आमजन में जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार किया गया जा रहा है. डॉ ठाकुर ने कहा कि परिवार नियोजन के अस्थायी एवं स्थायी उपाय नव दंपती के पास निश्चित रूप से पहुंचे ताकि बच्चों में देरी एवं बच्चों में अंतराल रखने में मदद मिल सके. पखवाड़ा के पहले दिन सदर अस्पताल में 17 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह नोडल परिवार कल्याण डॉ एएसपी सिन्हा ने कहा कि प्रत्येक दंपती को छोटा परिवार रखने का प्रयास करना चाहिए ताकि अपने बच्चों का सही से देखभाल कर सके. जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो मिनातुल्लाह ने कहा कि इस अभियान के तहत लोगो में जागरूकता पैदा किया जा रहा है जिससे परिवार नियोजन के विभिन्न उपाय यथा-महिला बंध्याकरण, पुरुष नसबंदी, पीपीआईयूसीडी, कंडोम इमरजेंसी पिल, अंतरा एवं छाया के माध्यम से योग्य दंपती अपना परिवार नियोजन करवा सकते हैं. जिला सामुदायिक उत्प्रेरक अभिषेक कुमार व जिला योजना समन्वयक बालकृष्ण चौधरी ने 30 सितंबर तक चलने वाला पखवाड़ा के बारे में विस्तृत जानकारी दी. कहा कि इस कार्यक्रम में पुरुष नसबंदी कराने पर लाभार्थी को 3000 तथा उत्प्रेरक को 400 रुपये की क्षतिपूर्ति राशि दी जाती है. वही महिला बंध्याकरण हेतु गर्भपात उपरांत बंध्याकरण लाभार्थी को 2000 तथा उत्प्रेरक को 300 रुपये और प्रसव पश्चात बंध्याकरण लाभार्थी को 3000 तथा उत्प्रेरक को 400 रुपये की क्षतिपूर्ति राशि दी जाती है. इस अवसर पर अस्पताल प्रबंधक अभिनव आनंद , परिवार कल्याण परामर्शी उजाला सिन्हा, चंदन कुमार, राजेश कुमार, मुनेश्वर झा सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मी मौजूद थे.

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