राघोपुर प्रखंड क्षेत्र के गणपतगंज बाजार स्थित उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में सोमवार को एक स्टाफ पर अभद्र व्यवहार और निकासी में अवैध वसूली को लेकर ग्राहकों ने जमकर बवाल काटा. निकासी के लिए बैंक आये खाताधारी विजय कुमार, राजेंद्र यादव, राजेंद्र प्रसाद रंजन, लंकेश्वर यादव, कृष्णदेव कुमार, रविंद्र चौधरी, मंजू देवी, विकास कुमार, लूटन मंडल, मनोज कुमार आदि लोगों ने बताया कि सोमवार को गणपतगंज बाजार के उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में अपने खाते से निकासी के लिए बैंक पहुंचे थे. लेकिन बैंक में डेली बेसिस पर कार्यरत मनोज कुमार नामक एक स्टाफ ने बताया कि आज लिंक नहीं है. निकासी नहीं होगा. ग्राहकों का आरोप है कि उक्त बैंक में निकासी करने पहुंचे ग्राहकों को उक्त स्टाफ द्वारा बराबर कभी लिंक फेल होने की बात, तो कभी खाते में गड़बड़ी रहने की बात आदि बताकर बेवजह परेशान किया जाता है. कहा कि कई बार बैंक में अशिक्षित लोगों को लिंक होने के बावजूद लिंक फेल रहने की बात बताकर ग्राहक का पासबुक अपने कब्जे में लेकर निकासी फॉर्म पर हस्ताक्षर करा लेते हैं. इसके बाद पैसा निकासी के बाद आधा रकम ही ग्राहक को देते हैं. वहीं अगली बार खाताधारक के बैंक पहुंचने पर जब ग्राहकों को ठगी की जानकारी होती है, तो खाताधारी आक्रोशित हो उठते है. जिसपर कर्मी द्वारा एफआईआर की धमकी दिया जाता है. आक्रोशित दर्जनों ग्राहकों ने कहा कि अगर उक्त स्टाफ को यहां से नहीं हटाया जाता है तो बैंक में खाता बंद करा लेंगे. हालांकि मामले को लेकर आक्रोशित लोगों ने रीजनल ऑफिस सहरसा के प्रबंधक को मामले में आवेदन देकर आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं मनोज कुमार नामक एक ग्राहक ने बताया कि वह एक निजी स्कूल के डायरेक्टर से दो चेक लेकर पैसा निकासी के लिए ग्रामीण बैंक पहुंचे थे. उस समय शाखा प्रबंधक बैंक में नही थे, बैंक के स्टाफ मनोज ने उसे दोनों चेक फर्जी होने की जानकारी दी और एफआईआर करने की झूठी धमकी देकर डराया गया. जिसके बाद उसने इस बात की जानकारी स्कूल डायरेक्टर को दी. जिसके बाद खाताधारक के पहुंचने पर चेक सही पाया गया और पैसा निकासी हुई. बताया कि मनोज बैंक में पहुंचे ग्राहकों के आर्थिक शोषण करने में लगे रहते हैं. जिस कारण वह चेक को गलत बताकर पैसा ऐंठना चाहते थे. वहीं इसमें बैंक के अन्य कर्मी का भी मिलीभगत रहता है. वहीं मामले में शाखा प्रबंधक मनीष कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी होने के बाद उक्त स्टाफ को फटकार लगाई है.
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