पानी भरे गड्ढे से एक बालक व एक बालिका का मिला शव, एक दिन पूर्व से लापता थे दोनों बच्चे
एक दिन पूर्व से लापता थे दोनों बच्चे
प्रतिनिधि, सुपौल. सदर थाना क्षेत्र के सुखपुर गांव में पानी भरे गड्ढे में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गयी. बुधवार को आम के बगान की रखवाली कर रहे एक व्यक्ति ने गड्ढे में शव को देखा और ग्रामीणों को सूचना दी. मृतकों में सुखपुर वार्ड 4 के लक्ष्मण महतो का 10 वर्षीय पुत्र सत्यम और मकसूद राम की 12 वर्षीया पुत्री सोनी कुमारी है. परिजनों ने बताया कि मंगलवार दोपहर को ही दोनों बकरी चराने घर से निकले थे. शाम तक वापस नहीं लौटे तो परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चला. इसके बाद परिजनों ने डायल 112 पर इसकी सूचना दी और सदर थाने में लापता होने से संबंधित लिखित शिकायत भी दर्ज कराया. इस बीच सुखपुर वार्ड 13 स्थित चिमनी के पीछे पानी भरे गड्ढे में दोनों लापता बच्चों के शव मिलने की सूचना मिली. सूचना पर काफी संख्या में ग्रामीण और बच्चों के परिजन वहां पहुंचे. इसके बाद ग्रामीणों के सहयोग से दोनों शव को बाहर निकाला गया. परिजनों का कहना था कि पास में ही आम के बागान की रखवाली कर रहा रखवार ने सबसे पहले शव को देखा. हालांकि, सत्यम के मामा संजय मंडल ने आशंका जतायी है कि किसी ने बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी और बचने के लिए पानी भरे गड्ढे में डाल दिया. इसके पीछे उनका तर्क था कि बच्चों के नाक में खून लगा हुआ है. शव मिलने की सूचना पर सदर थाना पुलिस शव को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल आयी. पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. सदर थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि परिजनों ने अभी तक किसी तरह की शिकायत दर्ज नहीं करायी है. शिकायत के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. हत्या की आशंका के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक उनके संज्ञान में यह मामला नहीं आया है. गांव में पसरा मातम एक साथ दो बच्चों के शव मिलने के बाद गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. लापता बच्चों के शव मिलने की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया. सत्यम के पिता लक्ष्मण शर्मा और उसकी मां सुलेखा देवी का रो-रो कर बुरा हाल था. सत्यम दो भाइयों में सबसे बड़ा था. इस वजह से वह अपने दादा का भी दुलारा था. दादा के आंख के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था. कुछ ऐसा ही नजारा सोनी के घर में भी देखने को मिला. पोस्टमार्टम के बाद जब सोनी का शव उसके घर पहुंचा तो उसकी मां पूनम देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया. सोनी के पिता मकसूद राम भी अपनी बेटी की मौत के गम में डूबे थे. सोनी पांच बहनों में तीसरे नंबर पर थी.
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