वंदे भारत की तर्ज पर बनारस-फारबिसगंज सुपर फास्ट ट्रेन चलाने की मांग
सुपौल व सरायगढ़ से विभिन्न ट्रेनों के परिचालन को लेकर सुपौल व्यापार संघ ने पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर के मंडल रेल प्रबंधक के नामित ज्ञापन एसएम को सौंपा है.
सुपौल. सुपौल व सरायगढ़ से विभिन्न ट्रेनों के परिचालन को लेकर सुपौल व्यापार संघ ने पूर्व मध्य रेलवे समस्तीपुर के मंडल रेल प्रबंधक के नामित ज्ञापन एसएम को सौंपा है. ज्ञापन में सुपौल रेल संघर्ष समिति के संयोजक पवन अग्रवाल व व्यापार संघ के संयुक्त सचिव राम कुमार चौधरी ने आग्रह किया है कि विभिन्न ट्रेनें जो स्पेशल बना कर चल रही थी, उसमें पाटलिपुत्रा-झंझारपुर भाया सुपौल, सहरसा का परिचालन पिछले दिनों बंद कर दिया गया है. जबकि राज्यरानी व गरीब रथ की समय सीमा भी 31 दिसंबर को ही समाप्त होने जा रही है. उक्त ट्रेनों का परिचालन लगातार करवाने का आश्वासन मिलने के बाद भी उसका परिचालन नियमित नहीं किया जा रहा है. कहा कि सरायगढ़ से सहरसा व पटना जाने वाली राज्यरानी सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन का समय विस्तार व नियमित परिचालन किया जाय, सहरसा-आनंद विहार का परिचालन अवधि विस्तार के साथ ही नियमित करवाया जाय, ट्रेन संख्या 13169/13170 हाटे बाजारे ट्रेन जो काफी लूज समय सारिणी के साथ चलती है, उसे स्पीट अप करते हुए उसका विस्तार सुपौल या सरायगढ़ तक करवाया जाय. सरायगढ से देवघर जाने वाली ट्रेन की उपयोगिता को देखते हुए उसे नये समय सारिणी के साथ पुन: प्रारंभ करवाया जाय, झंझारपुर पाटलिपुत्रा भाया सुपौल-सहरसा मेमु ट्रेन जो निरस्त कर दी गयी है, उसका भी परचिालन पुन: करवाया जाये. पूर्णिया कोर्ट से पाटलिपुत्रा जाने वाली 13206/07 ट्रेन में सुपौल या सहरसा से लिंक ट्रेन चलवा कर उक्त ट्रेनों में अटैच करवाया जाय. साथ ही जो ट्रेन सुपौल से सुबह 05:50 बजे चल कर सहरसा जाती है, उस ट्रेन का परिचालन 05:20 तक करवाया जाय, जिससे वैशाली सुपरफास्ट के यात्रियों को भी सुविधा प्राप्त हो सके. धार्मिक व ऐतिहासिक नगरी बनारस के लिये वंदे भारत की तर्ज पर एक सुपर फास्ट ट्रेन फारबिसगंज से बनारस भाया सुपौल-सहरसा तक चलवाने की कृपा की जाये. ऐतिहासिक कुंभ मेला हेतु एक कुंभ स्पेशल ट्रेन ललितग्राम से प्रयागराज वाया सुपौल-सहरसा से चलवाया जाये. रेल विभाग के भव्य की योजनाओं को देखते हुए पूर्व रेलमंत्री स्व ललित नारायण मिश्र के सपनों के मद्देनजर ललितग्राम में एक अत्याधुनिक वाशिंग पिट व लोको शेड तथा अन्य कार्य योजना का विस्तार करवाया जा सकता है. उक्त स्थल पर विभाग के पास 85 एकड़ भूमि उपलब्ध है. जिसका सदुपयोग कर क्षेत्र को विकसित किया जा सकता है और प्रचुर मात्रा में रोजगार सृजित किया जा सकता है.
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