सुपौल. भगवान दीना-भद्री के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से बुधवार को सदर प्रखंड अन्तर्गत आजान हरदी स्थित दीना भद्री मंदिर परिसर में तीन दिवसीय लोक देवता दीना भद्री महोत्सव 2024 का शुभारंभ विचार यात्रा निकाल कर किया गया. विचार यात्रा कार्यक्रम स्थल से निकल कर हरदी दुर्गा स्थान, लोरिक धाम, आजान सहित विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते पुनः दीना भद्री मंदिर परिसर पहुंचा. जिसमें बड़ी संख्या में समाजसेवी, जन प्रतिनिधि, बुद्धिजीवी ने भाग लिया. शिवेन्द्र सादा की अध्यक्षता में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए लोरिक विचार मंच के प्रदेश संयोजक डॉ अमन कुमार ने कहा कि दीना भद्री भारतीय जन जीवन के लिए प्रेरणास्रोत है. दीना-भदरी का संपूर्ण जीवन जमींदारी-सामन्ती जुल्म के विरुद्ध में बीता. भारत और नेपाल में दीना भद्री की पूजा प्रत्येक साल बड़ी धूमधाम से होती है. दीना भद्री गरीब परिवार के संकट मोचन है. वे ईश्वरीय शक्ति, जन कल्याणकारी कार्य और जनसेवा के कारण लोक देवता के रूप में पूजनीय है. दीना-भद्री शोषित, वंचित, गरीब व पीड़ीत परिवार की रक्षा के कारण समाज के बीच जननायक के रूप में प्रसिद्ध हो गए. कहा कि जमींदार के खिलाफ उन्होंने मुस्तैदी से लड़ाई लड़ने का काम किया. भावी पीढ़ी के लिए दीना-भद्री का विचार काफी प्रासंगिक है. महोत्सव में कालानंद सादा, रामदेव सादा, शम्भू यादव, शशि मंडल, फुलेन्द्र यादव, नरेश राम, अशोक सादा, गणेश यादव, बिरेन्द्र सादा, फूलो सादा, जीतन मंडल, लक्ष्मण मालाकार, मोहन सादा, चन्देश्वरी सादा, फूलचन्द सादा, सुरेश सादा, पवन सादा, किशुन सादा, झोटन सादा, सियाराम सादा, बेचन सादा, दिनेश सादा, रंजीत ठाकुर, सैनी सादा, महेन्द्र सादा, बालकृष्ण सादा, अर्जुन सादा, गोविन्द सादा, कमल सादा, विक्रम सादा, योगेन्द्र सादा, शंकर आदि मौजूद थे.
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