स्कूली बच्चों व शिक्षकों के बीच पॉक्सो कानून पर हुई चर्चा
हमसब की यह जिम्मेदारी है कि इसे सही से समझें एवं इस पर अपनी विशेष निगरानी रखें
सुपौल. आरएसएम पब्लिक स्कूल परिसर में शनिवार को पॉक्सो कानून, बच्चों की स्वस्थ मानसिकता को लेकर बाल कल्याण समिति के सौजन्य से विद्यालय के सभी कर्मचारियों के साथ परिचर्चा किया गया. बाल कल्याण समिति के सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा एवं सीपीओ भास्कर कश्यप द्वारा पॉक्सो कानून के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए यह बताया गया कि किस क्रियाकलाप को इस श्रेणी में रखा जाता है. ताकि पता चले कि विद्यालय या अन्य किसी जगहों पर बच्चों के साथ यौन शोषण जैसा कुछ गतिविधि किया गया है. उन्होंने बताया कि बच्चों के शरीर के किसी भी अंग को गलत तरीके से छूना या बिना शरीर छुए भी गलत इशारे करना, भद्दी बातें करना ये सभी चीजें यौन शोषण की श्रेणी में आता है. इससे बचाव संबंधित बातें भी बताया गया कि सही समय पर सूचना देना पहली प्राथमिकता है. गोपनीयता का ख्याल रखना दूसरी प्राथमिकता है. ताकि बच्चों में हीन भावना ना पनप पाए. इस संदर्भ में उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है कि बच्चों से एवं उनके माता पिता से संवाद किया जाए. समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाना चाहिए. ताकि बच्चे इस मामले में अपनी बात को रख सकें. सही समय पर इसे चिन्हित किया जा सके. बच्चों का समय पर स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाना चाहिए. ताकि सही समय पर इसकी पहचान किया जा सके. अगर आरोप सही साबित होता है तो दोषी के लिए सजा का प्रावधान है. बैठक में विद्यालय प्राचार्य रतीश कुमार ने भी अपना मंतव्य रखा. कहा कि हमसब की यह जिम्मेदारी है कि इसे सही से समझें एवं इस पर अपनी विशेष निगरानी रखें. ताकि इस प्रकार की कोई भी घटना विद्यालय में ना घटे. विद्यालय के सभी सदस्यों ने प्राचार्य के इस बात का पुरजोर समर्थन किया. सभी ने अपना अपना घोषणा पत्र भी जमा किया कि हम सब विद्यालय एवं छात्र हित में इस पर अपनी विशेष नजर बनाए रखेंगे. कार्यक्रम को सफल बनाने में विज्ञान शिक्षिका मधु कुमारी, स्निग्धा वर्मा, एक्टिविटी कॉर्डिनेटर कुमारी सविता, भाविनी कुमारी, मनोज कुमार, रूपेश कुमार, नीरज कुमार सिंह, संतोष कुमार आदि मौजूद थे. .
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