कुव्यवस्था के बीच संपन्न हुआ जिला स्तरीय तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता, ग्रामीण खिलाड़ियों का प्रतियोगिता में दिखा दबदबा
पूरे प्रतियोगिता में ग्रामीण स्तर के खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिला
सुपौल. जिला स्तरीय तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता का समापन शुक्रवार को स्टेडियम परिसर में किया गया. अंतिम दिन बालिका वर्ग के कबड्डी, खो-खो एवं वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. पूरे प्रतियोगिता में ग्रामीण स्तर के खिलाड़ियों का दबदबा देखने को मिला. प्रतियोगिता में फुटबॉल एवं क्रिकेट की बालिका टीम नहीं पहुंची. खो-खो बालक वर्ग अंडर 14 में मध्य विद्यालय परसरमा ने जीत दर्ज की. वहीं अंडर 17 में बीएसएस निर्मली, अंडर 19 में एक ही टीम रहने के कारण एचएस निर्मली वॉकओवर देकर विजेता घोषित कर दिया गया. खो-खो बालिका वर्ग में अंडर 14 एवं 17 में सेंट जेवियर्स हाई स्कूल की टीम विजयी रही. अंडर 19 की एक भी टीम नहीं पहुंची. बॉलीवॉल बालक वर्ग अंडर 14 में उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय बरैल ने जीत दर्ज की. अंडर 17 में आरएसएम पब्लिक स्कूल, अंडर 19 बालक वर्ग की एक भी टीम नहीं पहुंची. बालिका वर्ग में अंडर 14 व 17 में सिर्फ आरएसएम की टीम ही पहुंची. उसे विजेता घोषित किया गया. अंडर 19 में एक भी टीम नहीं पहुंची. कबड्डी बालक वर्ग अंडर 14 में नत्थु कोशी प्लस टू डगमारा की टीम विजयी रही. अंडर 17 में आरएसम पब्लिक स्कूल की टीम विजेता रही. अंडर 19 में नत्थू कोशी डगमारा को वाकओवर दिया गया. बालिका वर्ग में अंडर 14 में लिटिल हर्ट पब्लिक स्कूल सुपौल की टीम विजयी रही. अंडर 17 में पब्लिक हाई स्कूल प्रतापगंज एवं अंडर 19 में आरएसए पब्लिक स्कूल की टीम ने जीत दर्ज की. फुटबॉल अंडर 14 बालक वर्ग में में यूएचएस भीमनगर की टीम जीत दर्ज की. जबकि अंडर 17 में तेजेंद्र उच्च विद्यालय बरूआरी, अंडर 19 में जगन्नाथ मिश्रा इंटर कॉलेज सुपौल को वाक ओवर देकर विजेता घोषित किया गया. बालिका वर्ग अंडर 14, 17 व 19 की एक भी टीम प्रतियोगिता में नहीं पहुंची. क्रिकेट बालक वर्ग में अंडर 14 में 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. जबकि अंडर 17 में 62 व अंडर 19 में 20, प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इतने प्रतिभागियों के आने के बावजूद भी क्रिकेट का खेल मैदान पर नहीं होकर नेट प्रैक्टिस पर ही ट्रायल सेशन चला कर प्रतियोगिता की खानापूरी की गयी. वहीं एक भी बालिका की क्रिकेट टीम प्रतियोगिता में नहीं पहुंची. एथलेटिक्स में कुल 12 विधाओं का खेल हुआ. अंडर 14 में बालक वर्ग में 54 एवं बालिका में 57 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. अंडर 17 में बालक में 84 एवं बालिका में 58, अंडर 19 में बालक से 09 जबकि बालिका से मात्र 02 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. कई विधाओं के नहीं पहुंचे प्रतिभागी, कागज पर ही बना ली गयी टीम तीन दिवसीय जिला स्तरीय विद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता में भारी अनियमितता देखने को मिली. जानकारी के अनुसार रग्बी बालिका वर्ग में एक ही टीम के पहुंचने के कारण बिना खेल कराये ही कागज पर राज्य स्तरीय टीम बना लिया गया. वहीं फुटबॉल एवं क्रिकेट के किसी भी आयु वर्ग में एक भी बालिका की टीम नहीं पहुंची. जबकि वॉलीबॉल बालिका के अंडर 14, अंडर 17 आयु वर्ग में सिर्फ आरएसएम पब्लिक स्कूल की टीम ही भाग ली. प्रतिभागी से ही कराया गया मैदान दुरुस्त तीन दिवसीय प्रतियोगिता के दूसरे दिन गुरुवार को खिलाड़ी फील्ड स्टॉप की भूमिका में नजर आये. हल्की बारिश के बाद मैदान गीला हो जाने के बाद प्रतिभागियों को खेलने में हो रही दिक्कत को देख आयोजक द्वारा प्रतिभागी को ही पकड़कर मैदान में जगह-जगह मिट्टी डलाया जा रहा था. इतना ही नहीं पर्याप्त मात्रा में टेंट नहीं रहने के कारण प्रतिभागी पेड़ के नीचे व स्टेडियम परिसर में बने शेड के नीचे गमछा ओढ़ बैठे थे. वहीं गर्मी से निजात पाने के लिए प्रतिभागी खुद शीतल पेय मंगाकर अपनी प्यास बुझा रहे थे. जबकि खेल आयोजन को लेकर समुचित बजट का प्रावधान किया गया था. अब सवाल उठता है कि जब अच्छा-खासा बजट का प्रावधान तो किन परिस्थिति में खिलाड़ियों को देय सुविधा नहीं दी गयी.
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