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पारिवारिक कलह की वजह से पिता ने करायी थी पुत्र की हत्या : एसडीपीओ

छातापुर थाना क्षेत्र से पांच माह पूर्व अपहृत युवक की हत्या उसके पिता ने ही करायी थी.

छातापुर. छातापुर थाना क्षेत्र से पांच माह पूर्व अपहृत युवक की हत्या उसके पिता ने ही करायी थी. मालूम हो कि रविवार को चकला पलार के समीप मिरचैया धार के किनारे खेत की खुदायी कर युवक का शव बरामद किया गया था. पुलिस ने हत्या की साजिश में संलिप्त एक आरोपी रमेश यादव को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस के समक्ष हत्या में साजिश होने की बात स्वीकारी है. त्रिवेणीगंज एसडीपीओ विपीन कुमार ने सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि चकला पलार से खुदाई कर बरामद किये गये शव की पहचान जदिया थाना क्षेत्र के कोरियापट्टी पश्चिम निवासी नीतीश कुमार के रूप में की गयी है. नीतीश का अपहरण 20 दिसंबर 2023 को सुनियोजित तरीके से हुआ था. नीतीश के पिता भूपेंद्र यादव ने 24 दिसंबर को छातापुर थाना में अपने पुत्र के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. वैज्ञानिक अनुसंधान व तकनीकी शाखा की मदद से पुलिस को बड़ी सफलता तब मिली जब साजिश में संलिप्त रमेश यादव उर्फ फौजी को ललितग्राम थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार रमेश अपहरण व हत्या का मुख्य आरोपी है. वह जदिया थाना क्षेत्र के मानगंज का रहने वाला है. जबकि नीतीश के पिता भूपेंद्र यादव घटना के मुख्य साजिशकर्ता हैं. बताया कि शव पूरी तरह सड़ चुका है. फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. कांड का उद्भेदन पूरी तरह कर लिया गया है. जल्द से जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया गया है. ताकि स्पीडी ट्रायल चलाकर सभी आरोपियों को सजा दिलायी जा सके.

हत्या की साजिश में पिता सहित कुल आठ लोग हैं संलिप्त

एसडीपीओ ने बताया कि अनुसंधान के क्रम में कांड के सूचक भूपेंद्र यादव लगातार गायब रहे. भूपेंद्र यादव ने पूरी प्लानिंग कर अपने पुत्र नीतीश को छातापुर स्थित एक निजी अस्पताल भोजन लेकर भेजा था. अस्पताल में उसकी मां इलाजरत थी. छातापुर जाते वक्त उन्होंने नीतीश को बताया था कि बाइक सवार के साथ एक जगह जाकर किसी से 10 हजार रुपये लेना है. वह रुपया हॉस्पिटल वाले को दे देना है. साजिश से अंजान नीतीश बाइक सवार के साथ चकला पलार की ओर सुनसान जगह चला गया. जहां बाइक चालक ने बताया कि एक आदमी रुपया लेकर यहीं पर आयेगा. फिर रमेश यादव और उसका साथी वहां पहुंच गया. जहां नीतीश को कब्जे में लेने के बाद रस्सा से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. साक्ष्य को छुपाने की नीयत से हत्यारों ने उसके शव को वहीं जमीन में दफना दिया.

रमेश ने एक लाख 60 हजार रुपये में ली थी हत्या की सुपारी

रमेश यादव के स्वीकारोक्ति बयान के अनुसार भूपेंद्र यादव पारिवारिक कलह से परेशान होकर अपने पुत्र की हत्या करने पर अमादा था. इसके लिए उसने रमेश से 01 लाख 60 हजार रुपये में सौदा तय किया. फिर सुनियोजित तरीके से अपहरण की रात ही रमेश ने अपने दोस्तों के साथ इस घटना को अंजाम दिया. एसडीपीओ के अनुसार थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने सुझबूझ से कांड का उद्भेदन किया है. वहीं पांच माह पूर्व अपहृत युवक के शव को बरामद कर एक बड़ी सफलता अर्जित की है. प्रेसवार्ता में थानाध्यक्ष शिवशंकर कुमार, पुअनि मो शाहिद, संदीप कुमार व प्रियंका कुमारी चौहान आदि मौजूद थे.

मोबाइल नंबर से खुला राज

जांच के दौरान नीतीश के पिता सहित उनके घर के चार मोबाइल नंबर पुलिस को उपलब्ध कराये गये. पुलिस ने जब सीडीआर निकाला तब सच्चाई सामने आ गयी और घटना के मुख्य आरोपी रमेश फौजी को गिरफ्तार किया गया, जबकि साजिश में संलिप्त नीतीश के पिता और उनके कई रिश्तेदार फरार हो गये हैं.

2021 में किया था नीतीश ने किया प्रेम विवाह

त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के लतौना निवासी गजेंद्र यादव की पुत्री चंचल से नीतीश ने वर्ष 2021 में प्रेम विवाह किया था. दोनों से 13 महीना का पुत्र आर्यन है. इस शादी से नीतीश के पिता भूपेंद्र यादव नाराज चल रहे थे. नीतीश को क्या पता कि प्रेम विवाह करने पर पिता ही उसकी हत्या करा देगा.

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