प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में कम से कम 10 पौधे लगाने की है जरूरत : प्राचार्य
छात्रा ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाने से एक नई जागृति उत्पन्न होती है
-नया पौधा-नया जीवन अभियान का डीपीएस स्कूल में किया गया समापन सुपौल. प्रभात खबर द्वारा आयोजित नया पौधा-नया जीवन अभियान का बुधवार को सुपौल में समापन किया गया. इस कड़ी में बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल परिसर मरीचा रोड में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसका समापन प्राचार्य जोसफ पीवी, स्कूली छात्र-छात्रा व शिक्षक-शिक्षिकाओं ने किया. स्कूल परिसर में छात्र-छात्राओं व शिक्षकों द्वारा आम, नारियल, कटहल सहित अन्य फलदार पौधे लगाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति संकल्प दिलाया गया. इस मौके पर प्राचार्य श्री पीवी ने कहा कि इस मुहिम से आम लोगों को भी जुड़ने की जरूरत है. कहा कि एक पेड़ सौ पुत्रों के समान है. जैसे हम अपने संतान की रक्षा करते हैं उसी प्रकार हमें पेड़ पौधे की भी रक्षा करनी चाहिए तभी हम सुरक्षित रह सकते हैं. कहा कि यह सिर्फ प्रभात खबर की जबावदेही नहीं बल्कि समाज के हर तबके के लोगों की जिम्मेवारी है कि वह पर्यावरण संरक्षित करने के लिए कितने संवेदनशील दिख रहे हैं. जब तक पार्यावरण सुरक्षित नहीं रहेगा तब तक हम और आप सुरक्षित नहीं रह सकते हैं. उन्होंने कहा कि पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़ पौधे जरूरी है. यह हमें जीवन के लिए ऑक्सीजन, खाने के लिए फल और गर्मी में छांव देते हैं. धरा को हरा भरा करने एवं जीवन को बचाने के लिए सबको पौधरोपण का संकल्प लेने की जरूरत है. कहा कि प्रभात खबर द्वारा आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम के लिए जितनी भी सराहना की जाय, वह कम है. प्रभात खबर ही एक ऐसा अखबार है, जो निष्पक्ष खबर के साथ-साथ सामाजिक दायित्व का निर्वहन हर समय से करता आ रहा है. कहा कि विकास के नाम पर पिछले तीन चार दशकों में वृक्ष को काटा गया है. इनकी भरपाई हमलोगों को बड़े पैमाने पर पौधरोपण करके ही किया जा सकता है. कहा कि वृक्ष लगाएं, दुनिया बचाएं, हम वृक्ष लगा कर ही दुनिया और आने वाली पीढ़ी को बचा सकते हैं. कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम 10 पौधा अवश्य लगाना चाहिये. जन्म से लेकर मृत्यु तक वृक्ष का काम होता है. वृक्ष की कटाई के कारण पर्यावरण असंतुलित हो रही है. उन्होंने उपस्थित शिक्षकों एवं बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाये रखने के लिए आपलोग प्रण लें कि किसी भी खुशी के मौके पर एक पौधा लगा कर पर्यावरण को बचाने के लिए पहल करें. प्राचार्य श्री पीवी ने कहा कि वृक्षों में देवताओं का वास होता है. पीपल, विष्णु और कृष्ण का, वट का वृक्ष ब्रह्मा, विष्णु और कुबेर का माना जाता है, जबकि तुलसी का पौधा लक्ष्मी और विष्णु, सोम चंद्रमा का, बेल शिव का, अशोक इंद्र का, आम लक्ष्मी का, कदंब कृष्ण का, नीम शीतला और मंसा का, पलाश ब्रह्मा और गंधर्व का, गूलर विष्णु रूद्र का और तमाल कृष्ण का माना जाता है. इसके अलावा अनेक पौधे ऐसे हैं, जो पूजा-पाठ में काम आते हैं, जिनमें महुआ और सेमल आदि शामिल हैं. वराह पुराण में वृक्षों का महत्व बताते हुए कहा गया है- जो व्यक्ति एक पीपल, एक नीम, एक बड़, दस फूल वाले पौधे या बेलें, दो अनार दो नारंगी और पांच आम के वृक्ष लगाता है, वह नरक में नहीं जाएगा. कहा कि जब से दुनिया शुरू हुई है, तभी से इंसान और क़ुदरत के बीच गहरा रिश्ता रहा है. पेड़ों से पेट भरने के लिए फल-सब्ज़ियां और अनाज मिला. तन ढकने के लिए कपड़ा मिला. घर के लिए लकड़ी मिली. इनसे जीवनदायिनी ऑक्सीजन भी मिलती है, जिसके बिना कोई एक पल भी जिंदा नहीं रह सकता. इनसे औषधियां मिलती हैं. पेड़ इंसान की ज़रूरत हैं, उसके जीवन का आधार हैं. इस मौके पर करूणा, प्रिया, प्रितिका, संघमित्रा,संध्या झा, सच्ची पाठक, सुबोध देवनाथ, अंकुश कर्ण, राज छत्री, रूपम खेरवाल, दिगविजय, शिवशंकर, नीतीश कुमार, अभिषेक कुमार, पवन कुमार, उत्कर्ष, मोनिका, कामिनी, सिद्धि, अभिनव आदि मौजूद थे. समापन समारोह में लगाये गये 51 पौधे प्रभात खबर द्वारा आयोजित नया पौधा-नया जीवन अभियान कार्यक्रम के तहत समापन समारोह के मौके पर 51 फलदार पौधे लगाकर लोगों को पर्यावरण के प्रति संकल्प दिलाया गया. इस मौके पर स्कूली छात्र-छात्राओं में काफी खुशी देखी गयी. छात्रा ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जाने से एक नई जागृति उत्पन्न होती है. प्रभात खबर को इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित करना चाहिए.
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