धनतेरस को लेकर बाजार में बढ़ी रौनक, 10 करोड़ से अधिक के व्यवसाय की है उम्मीद

10 करोड़ से अधिक के व्यवसाय की है उम्मीद

By Prabhat Khabar News Desk | October 28, 2024 9:43 PM

धनतेरस आज, बाजारों में ज्वेलरी, बर्तन व इलेक्ट्रोनिक्स की सजी दुकानें

सुपौल

दीपावली व धनतेरस को लेकर बाजार में रौनक बढ़ गयी है. जिला मुख्यालय सहित अन्य बाजारों में तरह-तरह की दुकानें सज चुकी है. उम्मीद जतायी जा रही है कि इस वर्ष 10 करोड़ से अधिक का व्यवसाय होगा. इसको लेकर खास तौर पर ज्वेलरी, बर्तन व इलेक्ट्रॉनिक्स विक्रेता तैयारी में जुटे हैं. दुकानों की विशेष सजावट की जा रही है. ग्राहकों के लिए तरह-तरह के सामग्री आकर्षक तरीके से सजाए जा रहे हैं. पर्व-त्योहार के इस मौसम में खरीदारों के लिए विशेष छूट व कई तरह के ऑफर भी दिये जा रहे हैं. ज्वेलरी की दुकानों में जेवरात के नये मॉडल उपलब्ध कराए गये हैं. वहीं बर्तनों की दुकानों को भी नये ढंग से सजाया गया है. इलेक्ट्रॉनिक्स के कई दुकानों के बाहर शेड लगा कर टीवी, फ्रीज, वासिंग मशीन, एसी आदि के मॉडल से सजाए गये हैं. पर्व-त्योहार के मौसम में विभिन्न कंपनी के बाइक व वाहन तथा अन्य जरूरी सामग्रियों की दुकानें भी खास तौर पर सजायी गयी है. जहां धनतेरस के अवसर पर इस वर्ष करोड़ों के कारोबार की उम्मीद जतायी जा रही है.

ज्वेलरी की दुकानों में लौटी रौनक

धनतेरस के मौके पर ज्वेलरी खरीदने की होड़ रहती है. जिसको लेकर ज्वेलरी कारोबारियों ने विशेष तैयारी की है. इन दुकानों में सोने-चांदी व हीरे के जेवरात भी ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराए गये है. शहर के प्रसिद्ध ज्वेलरी विक्रेता आनंद अग्रवाल ने बताया कि अच्छी बाजार की उम्मीद है. बताया कि धनतेरस व दीपावली पर उनके दुकानों में तरह-तरह की आकर्षक ज्वेलरी उपलब्ध है. जिसमें सोने व चांदी के बिस्कुट, सोना व चांदी का सिक्का, चांदी की बनी नोट व विक्टोरिया का सिक्का, लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति व खास तौर से डिजाइन किया हुआ सोने की चेन उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि धनतेरस में चांदी के सिक्के व सोना का अंगूठी का डिमांड अधिक होता है.

बर्तन की दुकानों पर दिख रही महंगाई की मार

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक धनतेरस में बर्तन की खरीददारी का विशेष महत्व है. यही वजह है कि इस पर्व पर बाजार में बर्तन की जम कर बिक्री होती है. जाहिर तौर पर शहर में बर्तन की दुकानों को विशेष रूप से सजाया जा रहा है. दुकानों में पीतल के पूजा की थाली, नये मॉडल के दीये, फुल का लोटा, बर्तन स्टैंड आदि सामग्रियां उपलब्ध हैं. लेकिन इन बर्तनों पर महंगाई का स्पष्ट असर दिख रहा है. महेश कुमार ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष बर्तन के दामों में भारी वृद्धि हुई है. जिसका असर दुकानों पर पड़ रहा है.

धनतेरस को लेकर सजा इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार

धनतेरस के अवसर पर बाजार में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों को विशेष रूप से सजाया गया है. अधिकांश दुकानदारों द्वारा टीवी, फ्रीज के नये मॉडल, एलईडी टीवी, एसी, रूम हीटर आदि की मॉडल को दुकान के भीतर व बाहर रख कर सजाया गया है. पर्व के मद्देनजर टीवी, फ्रिज, मोबाइल फोन आदि के नये-नये मॉडल दुकानों में उपलब्ध हैं. लेकिन इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की कीमतों में वृद्धि हुई है. इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण पर करीब 02 से 07 प्रतिशत तक दामों में वृद्धि की गयी है.

धनतेरस के साथ पांच दिवसीय त्योहारों का शृंखला प्रारंभ : विष्णु झा

सदर प्रखंड सुखपुर के निवासी और वर्तमान में काशी हिंदू विश्वविद्यालय से धर्मशास्त्र से आचार्य कर रहे छात्र विष्णु झा ने बताया कि धनतेरस के साथ सनातन धर्म के प्रमुख पांच दिवसीय त्योहारों का शृंखला प्रारंभ हो जाता है. धनतेरस दीपावली का पहला दिन माना जाता है. इसके बाद नरक चतुर्दशी फिर दीपावली, गोवर्धन पूजा और आखिर में भैयादूज का त्योहार मनाया जाता है. शास्त्रों के अनुसार धनतेरस जिसे हम धन्वंतरि जयंती भी कहते हैं यह पावन त्योहार कार्तिक कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी तिथि को मनाने का विधान है. इसी कार्तिक कृष्ण पक्ष के त्रयोदशी को आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर जो साक्षात विष्णु के रूप है उनका प्रादुर्भाव हुआ था. धनतेरस के दिन ना केवल अपार धन-संपदा पाई जा सकती है बल्कि आप सेहत और सौभाग्य का वरदान भी पा सकते हैं. देवताओं के वैद्य भगवान धनवंतरि आरोग्य का सुख प्रदान करते हैं और अकाल मृत्यु के भय का नाश करते हैं. कहा कि 29 अक्तूबर मंगलवार को धनतेरस का त्योहार है. धनतेरस का शुभ मुहूर्त भौम प्रदोष के साथ सिद्धियोग और अमृतयोग में प्रातः 10:50 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक और धनतेरस पर शुभ खरीदारी की अवधि दोपहर 03:00 बजे से लेकर 4:30 बजे तक है.

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