21 जुलाई को शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को कराया जायेगा एकजुटता का एहसास
महर्षि वेद व्यास चेतना समिति के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों की बैठक सदर प्रखंड के पिपराखुर्द स्थित हरिमोहन विश्वास के आवास पर हुई
सुपौल. महर्षि वेद व्यास चेतना समिति के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों की बैठक सदर प्रखंड के पिपराखुर्द स्थित हरिमोहन विश्वास के आवास पर हुई. बैठक अध्यक्षता राजेंद्र कामत व मंच संचालन हरिमोहन विश्वास ने किया. बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में वेद व्यास कॉलेज मधेपुरा के संस्थापक सह अध्यक्ष प्रो रामचंद्र मंडल, सुनील मंडल और सतेंद्र मंडल उपस्थित हुए. मौके पर अतिथियों को पाग, शॉल व पुष्प गुच्छ से सम्मानित किया गया. बैठक में आगामी 21 जुलाई को महर्षि वेद व्यास के जन्म दिवस के अवसर पर नगर परिषद के झखराही में होने वाले सम्मेलन की सफलता को लेकर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया. बैठक को संबोधित करते हुए सम्मेलन के अध्यक्ष प्रो मंडल ने कहा कि आजादी के सात दशक बाद भी केवट, क्योट, कैवर्त जाति के लोग आर्थिक, सामाजिक, शैक्षिक व राजनीतिक दृष्टिकोण से पिछड़ते चले गये. जिसका मुख्य कारण उचित राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिलनी है. आजादी के बाद जितने भी सरकार आयी, सभी इस जाति वर्ग के लोगों को अपने राजनीतिक लाभ के लिए वोट बैंक के रूप में प्रयोग करते आ रहे हैं. 21 जुलाई पूरे शहर में शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को हमें अपनी जातीय समूह की एकजुटता का अहसास कराना है. उन्होंने अधिक से अधिक साथियों को पहुंचने का निवेदन किया. उपाध्यक्ष हरिमोहन विश्वास ने कहा कि केवटों का इतिहास अति प्राचीन काल से रहा है. इस सम्मेलन को महासम्मेलन बनाने का आश्वासन दिया तथा अधिक से अधिक लोगों को इस शक्ति प्रदर्शन में चलने का आह्वान किया. बैठक में ओम प्रकाश विश्वास, सीताराम कामत, ओम प्रकाश कामत, परिसलाल कामत, सकलदेव कामत, जयराम कामत, उपेंद्र कामत, रमेश कामत, प्रमोद कामत, धनेश्वर कामत, श्रवण मंडल, संजय कामत, रंजीत कामत, खोनाय कामत, वीरेन कुमार, शिवेंद्र विश्वास, अमित विश्वास आदि थे.
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