किसानों को आसानी से उपलब्ध होगा उर्वरक- डीएम

जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में डीएम ने जारी किये कई निर्देश

By Prabhat Khabar News Desk | November 29, 2024 7:10 PM

जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में डीएम ने जारी किये कई निर्देश सुपौल. समाहरणालय स्थित जिला पदाधिकारी के कार्यालय वेश्म में शुक्रवार को डीएम कौशल कुमार की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई. उक्त बैठक में मंत्री, उर्जा, योजना एवं विकास विभाग के प्रतिनिधि के रूप में रामचन्द्र यादव, जिला कृषि पदाधिकारी सहित विभिन्न उर्वरक निर्माता कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक एवं जिला के सभी थोक उर्वरक विक्रेता उपस्थित थे. जिला कृषि पदाधिकारी पप्पू कुमार द्वारा बताया गया कि वर्तमान में सुपौल जिलान्तर्गत उर्वरक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. जिसमें यूरिया-14058 एमटी, डीएपी 2837 एमटी, एमओपी 2738 एमटी, एनपीके 5724 एमटी उपलब्ध है. जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि कृषकों को सुगमतापूर्वक उचित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराया जाना है. उर्वरक की कालाबाजारी एवं मुनाफाखोरी को रोकने के लिए सभी उर्वरक निरीक्षक जिला अंतर्गत सभी प्रतिष्ठानों का सतत छापेमारी एवं निरीक्षण करेंगे. साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में उर्वरक परिचालन का गहन अनुश्रवण करेंगे. उर्वरक विक्रेता द्वारा अनियमितता बरते जाने पर कठोर कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे. फसल के आच्छादन के अनुरूप उर्वरक की मांग विभाग से करने का निदेश दिया गया. फसल अवशेष प्रबंधन जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सुपौल जिलान्तर्गत कृषकों द्वारा फसल अवशेष को पशु चारा के रूप में प्रयोग किया जाता है. यहां फसल अवशेष नहीं जलाया जाता है. जिला में कृषकों के द्वारा धान की कटनी कम्बाईन हार्वेस्टर से नहीं किया जाता है. डीएम द्वारा सभी संबंधित विभाग के पदाधिकारियों को निदेश दिया गया कि फसल अवशेष प्रबंधन के विभागीय निदेश का अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे. जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि किसान चौपाल में फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे.

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