मरीज के परिजनों का किया जा रहा आर्थिक शोषण
मरीज के परिजनों का किया जा रहा आर्थिक शोषण
अवैध नर्सिंग होम संचालक द्वारा मरीज के परिजनों का किया जा रहा आर्थिक शोषण
पीड़ित परिजन ने थाने में दिया आवेदन, जांच में जुटी पुलिस
त्रिवेणीगंज. प्रखंड क्षेत्र में अवैध नर्सिंग होम संचालकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रहा है. परिणाम स्वरूप नर्सिंग होम के चक्कर में फंसकर मरीज के परिजनों की जेब ढीली हो रही है. थाना क्षेत्र के खट्टर चौक स्थित एक निजी क्लिनिक संचालक ने मरीज के परिजनों को डिमांड के अनुसार रुपए नहीं देने पर मरीज को बंधक बनाने की धमकी दिए जाने का मामला प्रकाश में आया है. जहां छातापुर थाना क्षेत्र के गवानिपत्ती बैरिया वार्ड नंबर 05 निवासी विजेंद्र साह ने थाने में आवेदन देकर इसकी शिकायत की है. आवेदन में साह ने कहा कि वे अपने परिवार के साथ त्रिवेणीगंज बाजार के विज्ञान कॉलेज के समीप किराए के मकान में रहते हैं. गुरुवार की रात उनकी पत्नी का तबीयत अचानक खराब हो गया. जिसे इलाज के लिए नजदीक के ही निजी क्लिनिक में भर्ती कराया. क्लिनिक के एक स्टॉफ के मोबाइल पर पे फोन से पांच हजार रुपया जमा किया. दवा के लिए अलग से 25 सौ रुपया दिया. इसके बाद इलाज शुरू किया गया. शुक्रवार की सुबह पत्नी का तबीयत ठीक होने पर डिस्चार्ज के लिए गए तो कर्मी द्वारा 60 हजार रुपये की मांग की गयी. इसके बाद जब हमने कहा कि एक गरीब आदमी इतना पैसा कहा से देंगे तो कर्मी ने कहा कि पत्नी को बंधक बनाकर रखेंगे. जब पैसा लेकर आओगे तब पत्नी को ले जाना. इस संबंध में थानाध्यक्ष रामसेवक रावत ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है, पुलिस द्वारा छानबीन की जा रही है. दोषी पाये जाने पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है