जिले के पांच प्रखंड स्थित 41 पंचायत के 264 वार्ड बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित, 14 हजार 222 हेक्टेयर भूमि में लगे फसल को पहुंचा नुकसान
फसल क्षति के रूप में 24 करोड़ 17 लाख 74 हजार रुपये का भेजा गया प्रस्ताव : डीएम
सदर प्रखंड के 76 वार्ड चिह्नित
जिला प्रशासन द्वारा घोषित किये गये बाढ़ क्षेत्र में सदर प्रखंड के आठ पंचायत के 76 वार्ड शामिल है. जिसमें तेलवा पंचायत के 10, बलवा के 14, घूरन के 13, बैरिया के 10, गोपालपुर सिरे के 18, रामदत्तपट्टी के 05 एवं बकौर व बसबिट्टी पंचायत के 03-03 वार्ड शामिल है. इन सभी वार्डों के 06 हजार 404 हेक्टेयर में से 04 हजार 255 हेक्टेयर में लगे फसल को 33 फीसदी से अधिक क्षति का आकलन किया गया है. जिसके लिए 07 करोड़ 23 लाख 35 हजार रुपये प्रस्ताव भेजा गया है. इसी प्रकार किशनपुर प्रखंड के किशनपुर प्रखंड के 09 पंचायत के 89 वार्ड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में शामिल किया गया है. जिसमें मौजहा पंचायत के 15 वार्ड, नौआबाखर के 16, परसामाधो के 12 एवं शिवपुरी के 07 वार्ड शामिल है. जहां आच्छादित किये गये 04 हजार 728 हेक्टेयर भूमि में से 03 हजार 317 हेक्टेयर भूमि में लगे फसल को क्षति पहुंचने का आकलन किया गया है. जिसके लिए 05 करोड़ 63 लाख 89 हजार रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है. सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के 09 पंचायत के 52 वार्ड को बाढ़ प्रभावित इलाके की सूची में शामिल किया गया है. जिसमें लौकहा पंचायत के 05, ढोली पंचायत के 13, सरायगढ़ के 06, बनैनिया के 17, चांदपीपर के 03 एवं भपटियाही के कुल 08 वार्ड शामिल हैं. इस प्रखंड क्षेत्र में 04 हजार 122 हेक्टेयर रकवा आच्छादित किया गया. जिनमें 01 हजार 980 हेक्टेयर रकवा को बाढ़ से प्रभावित माना गया. जहां लगे फसल को क्षति पहुंचने का अनुमान लगाया गया है. इसके लिए 03 करोड़ 36 लाख 60 हजार रुपये प्रस्ताव भेजा गया है. यह राशि किसानों के बीच वितरित किये जायेंगे. निर्मली प्रखंड के 08 पंचायत के 21 वार्ड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में शामिल किया गया है. जिसमें कमलपुर के 03, डगमारा के 07, दिघिया के 08 एवं मझारी के 03 वार्ड शामिल है. इसके आलावे कुनौली, बेलासिंगारमोती, मझारी, हरियाही एवं निर्मली नगर पंचायत को भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में शामिल किया गया. जिसके 04 हजार 643 हेक्टेयर भूमि में से 02 हजार 976 हेक्टेयर भूमि में लगे फसल को क्षति पहुंची है. इसके लिए 05 करोड़ 05 लाख 92 हजार रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है. मरौना प्रखंड के 05 पंचायत के कुल 26 वार्ड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में शामिल किया गया है. जिसमें सिसौनी के 09, घोघड़रिया के 12, ललमिनिया के 02 एवं बरहरा, कदमाहा व गनौरा के 01-01 वार्ड शामिल है. इसके आच्छादित भूमि 02 हजार 576 हेक्टेयर में से 02 हजार 457 हेक्टेयर भूमि को प्रभावित रकवा माना गया है. वहीं 01 हजार 694 हेक्टेयर भूमि में लगे फसल को 33 फीसदी से अधिक क्षति का आकलन किया गया है. इसके लिए विभाग द्वारा 02 करोड़ 87 लाख 98 हजार रुपये का प्रस्ताव भेजा गया है. यह प्रतिवेदन जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा डीएम को प्रतिवेदित किया गया है.
01 लाख 30 हजार 235 लोग बाढ़ से हुए प्रभावित
डीएम ने बताया कि बाढ़ प्रभावित पंचायतों के लगभग 01 लाख 30 हजार 235 लोग प्रभावित हुए. इसके लिए 241 नावों की व्यवस्था की गयी थी. बाढ़ पीड़ितों के लिए 34 सामुदायिक रसोई केंद्र चलाया जा रहा है. जहां अब तक 08 लाख 60 हजार 118 पीड़ित को भोजन कराया गया है. इसके अलावे जिला प्रशासन द्वारा 48 हजार 263 लोगों के बीच सूखा राशन का वितरण किया गया. जबकि 38 हजार 617 लोगों को अब तक पॉलीथीन सीट दी गयी है. वहीं पशुपालकों के बीच 146. 21 क्विंटल पशुचारा का वितरण किया गया है. इसके अलावे बाढ़ पीड़ितों के लिए मेडिकल कैंप चलाये जा रहे हैं. वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है. इतना ही नहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नये चापाकल लगाये गये हैं. कहा कि बाढ़ पीड़ितों को गृह क्षति का अनुदान 09 अक्तूबर से डीबीटी के माध्यम से दिया जायेगा. मौके पर एसपी शैशव यादव सहित अन्य मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है