कोसी नदी में बाढ़ अवधि शुरू, अभियंताओं को किया गया अलर्ट, वायरलेस से दुरुस्त हुआ 15 बाढ़ नियंत्रण कक्ष
बाढ़ अवधि की शुरुआत होते ही चीफ इंजीनियर बाढ़ नियंत्रण कक्ष के साथ साथ सभी 15 बाढ़ नियंत्रण कक्ष कार्य करना प्रारंभ कर दिया है
वीरपुर. भले मानसून तत्काल आने में अभी वक्त है. लेकिन बीते दो वर्षों से कोसी नदी में 01 जून से ही बाढ़ अवधि शुरू हो जाती है. इस साल भी शनिवार पहली जून से बाढ़ अवधि की शुरुआत कर दी गई है. बाढ़ अवधि की शुरुआत होते ही चीफ इंजीनियर बाढ़ नियंत्रण कक्ष के साथ साथ सभी 15 बाढ़ नियंत्रण कक्ष कार्य करना प्रारंभ कर दिया है. बाढ़ अवधि की शुरुआत होते ही 15 चिह्नित जगहों पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित करते हुए सूचनाओं के आदान प्रदान की व्यवस्था की गई है. जहां बराहक्षेत्र, चतरा, राजाबास, हवा महल, कुसहा, कोसी बराज, कुनौली, निर्मली, जमालपुर, चंद्रायन, सुपौल, कोपरिया, सहरसा, सिमरी और जल संसाधन के वीरपुर स्थित कार्यालय कौशकी भवन में वायरलेस सेट स्थापित कर सूचनाओं को आदान प्रदान किया जा रहा है. बाढ़ को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है. बाढ़ पूर्व कटाव निरोधक सभी कार्यों को बाढ़ अवधि से पहले पूर्ण कर लिया गया है. बाढ़ अवधि के दौरान बाढ़ संघर्षनात्मक कार्यों के लिए संबंधित तटबंधों के स्परों पर बालू और अन्य सामग्रियों का भंडारण भी कर लिया गया है. कर्मियों और अभियंताओं की छुट्टी आज से रद्द कर दी गई है. जल संसाधन मुख्यालय कौशिकी भवन स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में ड्यूटी तय कर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है. कोसी बराज स्थित कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार बाढ़ अवधि के पहले दिन सुबह आठ बजे कोसी नदी का डिस्चार्ज बढ़ते क्रम में 37 हजार 510 क्यूसेक और शाम चार बजे 33 हजार 155 क्यूसेक घटते क्रम दर्ज किया गया है. जबकि पटवन के लिए पूर्वी कोसी मुख्य नहर में 1200 क्यूसेक और पश्चिमी कोसी मुख्य नहर से 100 क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
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