वीरपुर. कोसी में बाढ़ अवधि की शुरुआत पिछले दो वर्षों से पहली जून से ही शुरू हो जाती है. 15 मई तक बाढ़ पूर्व संघर्षात्मक कार्य को पूरा कर लिया जाता है. लेकिन इस साल 15 मई बीतने के बावजूद अब तक बाढ़ संघर्षनात्मक कार्य को पूरा नहीं किया जा सका है. अब इसकी तिथि बढ़ाकर 31 मई तक कर दी गयी है. कोसी योजना के विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक मात्र 60 प्रतिशत कार्य ही पूरा हुआ है. हालांकि कार्य की स्थिति के निरीक्षण को लेकर शुक्रवार को जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने कोसी नदी के पूर्वी और पश्चिमी तटबंधों का निरीक्षण किया. लेकिन निरीक्षण के बाद स्थिति की जानकारी मीडिया को दिये बगैर ही चले गये. बताया गया कि आदर्श आचार संहिता के चलते प्रोटोकॉल है, इसलिए अपर मुख्य सचिव अभी कुछ नहीं बता सकते हैं. शुक्रवार की देश शाम कौशिकी भवन के सभागार में जल संसाधन विभाग के जल निःसंरण व बाढ़ नियंत्रण के मुख्य अभियंता मनोज रमन, अधीक्षण अभियंता जमील अहमद और संबंधित क्षेत्र के सभी डिविजनों के कार्यपालक अभियंता, एसडीओ के साथ बैठक की गयी. जानकारी अनुसार इस साल बाढ़ पूर्व कटाव निरोधक कार्य अंतर्गत कुल मिलाकर 102 करोड़ की लागत से 56 कार्य आवंटित किये गये थे. जिनमें से 28 कार्य नेपाल प्रभाग में होने हैं, जिसकी लागत राशि 46.55 करोड़ की है. वहीं शेष के बचे 26 कार्य जिसकी प्राक्कलित राशि 55.45 करोड़ की है. इस संबंध में पूछे जाने पर जल निःसंरण एवं बाढ़ नियंत्रण के चीफ इंजीनियर मनोज रमन ने बताया कि 15 मई तक कार्य को पूरा किया जाना था. लेकिन लोकसभा चुनाव में व आदर्श आचार संहिता के कारण विलंब हुआ है. फिर भी पहले फेज में शुरू किये गए कार्य 15 मई तक कर लिया गया है. जबकि दूसरे चरण का कार्य 31 मई तक हर हाल में पूरा कर लिया जायेगा. बताया कि अब तक 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है. शेष कार्य को 31 मई तक पूरा किया जाना है.
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