सुपौल. बिहार सरकार की शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ मंगलवार की शाम जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले कैंडल मार्च निकाला गया. जिला सचिव डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव के नेतृत्व में जिलेभर के शिक्षक, अध्यापक, पुस्तकालयाध्यक्ष और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. गांधी मैदान से शुरू होकर कैंडल मार्च महावीर चौक, स्टेशन चौक होते हुए पूरे शहर का भ्रमण किया. सैकड़ों की संख्या में कैंडल मार्च में शामिल शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. संघ के पदाधिकारियों का कहना था कि सालों से राज्यभर में शिक्षक शिक्षा के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं लेकिन सरकार उन्हें सुविधा देने के बजाए परेशान करने में लगी है. बिहार सरकार की नीति शिक्षक और शिक्षा विरोधी है. सक्षमता उत्तीर्ण शिक्षकों का मनमाने तरीके से असंवैधानिक तबादला किया जा रहा है. सेवा-निरन्तरता के लाभ से शिक्षकों को वंचित किया जा रहा है. इसके बर्दास्त नहीं किया जाएगा. पदाधिकारियों ने कहा अगर सरकार हमारी मांगों पर पहल नहीं करेगी तो शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे. मौके पर जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार, मीडिया प्रभारी मो. समीउल्लाह असर्फी, जगदेव साह आदि थे.
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