किशनपुर.
प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित प्रखंड के विभिन्न स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवतियों की स्वास्थ्य जांच कर मुफ्त में दवा दी गयी. प्रत्येक माह के 09 तारीख को होने वाला कार्यक्रम के तहत गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित प्रखंड के विभिन्न उप स्वास्थ्य केंद्र पर गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य परीक्षण कर मुफ्त दवा, फल व बिस्किट का वितरण किया गया. इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अभिषेक कुमार सिन्हा ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहित अन्य उप स्वास्थ्य केंद्र पर कैंप के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. जहां गुरुवार को किये गये जांच में 238 गर्भवती महिलाओं का हिमोग्लोबिन, एचआईवी, बीपी, वजन, तापमान, हेमोग्लोबिन, ब्लड सुगर, एचआईवी, विडीआरएल, हैपेटाइटिस बी एवं पेट का जांच किया गया. जिसे जांचोपरांत मुफ्त दवा जैसे आयरन का गोली, कैल्सियम, एल्वेंडाजोल सहित अन्य दवाओं के साथ सेब, केला एवं बिस्किट का वितरण किया गया. इसके अलावे सभी गर्भवती महिलाओं को एक रहन सहन खान पान के बारे में बताया गया. बताया कि माध्यम से उप स्वास्थ्य केंद्र सुखासन, परसामाधो एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खखई में भी गर्भवतियों का जांच कर दवा, बिस्किट व फल का वितरण किया गया. इस दौरान डॉ मनीष कुमार, डॉ मधु कुमारी, डॉ अभिषेक कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक अभिलाष कुमार वर्मा, बीसीएम हरिवंश कुमार सिंह, चंदन कुमार सहित अन्य संबंधित एएनएम व कर्मी मौजूद थे.शिविर में 473 महिलाओं का हुआ निबंधन
छातापुर.
मुख्यालय स्थित सीएचसी में गुरुवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया गया. आशा के सहयोग से सीएचसी पहुंची महिलाओं ने निबंधन स्टॉल पर जाकर अपना नाम पंजीकृत कराया. इसके बाद गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व स्वास्थ्य जांच कर दवा के साथ आवश्यक परामर्श दिया गया. पीएचसी प्रभारी डॉ नवीन कुमार के नेतृत्व में बीएचएम रवींद्रनाथ शर्मा सहित सीएचसी कर्मी शिविर के सफल संचालन में जुटे हुए थे. समाचार प्रेषण तक 473 महिलाओं का निबंधन किया गया था. सीएचसी प्रभारी डॉ कुमार ने बताया कि प्रसव के दौरान जच्चा व बच्चा दोनों सुरक्षित रहे यही सरकार का उद्देश्य है. अभियान के तहत प्रत्येक माह के नौ तारीख को यह शिविर लगाया जाता है. शिविर में निबंधन कराने वाली माताओं की स्वास्थ्य संबंधी जांच, कितने माह की गर्भवती है, एनिमिया, बीपी, यूरिन, ब्लड इत्यादि की जांच की जाती है. साथ ही आयरन व कैल्शियम की गोली के साथ आवश्यक परामर्श दिया जाता है. हाइरिस्क वाले गर्भवती महिलाओं की विशेष निगरानी कर उसके स्वास्थ्य की लगातार जांच की जाती है. पोषण तत्व बना रहे इसके लिए उचित खाद्य सामग्री पर जोर देने की सलाह भी दी जाती है. ताकि प्रसव के दौरान प्रसूता को किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न नहीं हो सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है