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इसके अलावा सुपौल सदर अस्पताल में इलाजरत बच्चों में भटोत्तर निवासी ललन मंडल के पुत्र गौरव कुमार, अभुआर निवासी सुभाष कुमार के पुत्र विजेंद्र कुमार, चांदपीपर निवासी सरोज यादव के पुत्र प्रिंस कुमार, इटहरी निवासी मनोज मंडल के पुत्र मनीष कुमार, भेलवा निवासी दुर्गा शर्मा के पुत्र शिवम कुमार, नौआबाखर निवासी शैलेंद्र कुमार के पुत्र मणिभूषण कुमार, भपटियाही निवासी सदानंद पंडित के पुत्र अभिषेक कुमार, कमलपुर निवासी दिनेश ठाकुर के पुत्र मुकेश कुमार, महीपट्टी निवासी अभय कुमार की पुत्री आकांक्षा भारती, सरायगढ़ निवासी रूपेश कुमार साह के पुत्र प्रियांशु कुमार शामिल हैं.
अभिभावकों ने भोजन को लेकर की थी शिकायत
सदर अस्पताल में इलाजरत बच्चों के परिजनों ने बताया कि कई बार स्कूल प्रशासन से खाने की गुणवत्ता को लेकर शिकायत की गयी थी. लेकिन बार-बार आश्वासन ही मिला. बच्चों द्वारा बताया गया कि विद्यालय में पूर्व में भी कई बार इस तरह का घटना घटित हुआ है. बावजूद स्कूल प्रबंधन के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है. जिसका नतीजा है कि बार-बार ऐसी घटना घटित हो रही है. वहीं बच्चों के द्वारा बताया गया कि खाना खाने के दौरान सब्जी में छिपकली पाया गया. जिसके बाद सभी बच्चों को पेट में दर्द, उल्टी एवं छाती में दर्द होने लगा. स्कूल के द्वारा सभी बच्चों को सीएचसी और सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार : डॉ अभिषेक किशनपुर सीएचसी प्रभारी डॉ अभिषेक कुमार ने बताया कि सूचना मिली कि कोसी पब्लिक स्कूल मलाढ़ किशनपुर में हॉस्टल में रह रहे बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गये. जिसके बाद एंबुलेंस भेज कर सभी बच्चों को सीएचसी लाया गया. जिसमें तीन बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे स्लाइन दिया गया. बांकी अन्य बच्चों के तबीयत में सुधार आ रहा है. सदर अस्पताल में बच्चों का इलाज कर रहे डॉ मनोज कुमार दिवाकर ने बताया कि खराब खान-पान के कारण बच्चों को पेट दर्द और उल्टी की समस्या हुई है. बच्चों का ब्लड सैंपल लिया गया है. रिपोर्ट आने पर देखा जायेगा. फिलहाल सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. नाश्ते के बाद बच्चों की बिगड़ने लगी तबीयत: निदेशक इस बाबत विद्यालय के निदेशक राम लखन साह ने बताया कि मॉर्निंग में बच्चों को नाश्ता में मटर-पनीर एवं रोटी दिया गया था. उसके बाद सभी बच्चों की तबीयत खराब होने लगी. जिसे अविलंब अस्पताल ले जाकर उपचार कराया गया. सुपौल में लैब की नहीं है व्यवस्था : फूड इंस्पेक्टर इस संबंध में पूछे जाने पर फूड इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि अपने यहां लैब नहीं रहने के कारण जांच नहीं हो पाया है. कहा कि जब इस तरह का घटना होता है तो पुलिस अपने स्तर से मामला दर्ज कर सकते हैं. उसके बाद फोरेंसिक जांच होने के बाद कार्रवाई किया जायेगा. जांच में दोषी पाये जाने पर होगी सख्त कार्रवाई : डीपीओइस संबंध में पूछे जाने पर एमडीएम डीपीओ सह किशनपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी महताब रहमानी ने बताया कि घटना को लेकर दो सदस्यीय जांच टीम गठित कर स्थल पर भेजा गया. रिपोर्ट आने पर दोषी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी.
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