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रफ्तार का कहर : बेटे को छोड़ने गये माता-पिता को पिकअप ने रौंदा, दोनों की मौत

पिकअप ने सड़क किनारे खड़े दोनों को रौंद कर मौके से फरार हो गया

– मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने हाइवे को पांच घंटे तक रखा जामबलुआ बाजार. भीमपुर थाना क्षेत्र के सुरसर नदी के समीप एनएच 27 मुख्य मार्ग पर बुधवार की सुबह एक तेज रफ्तार की अनियंत्रित पिकअप ने शिक्षिका व उसके पति को रौंदते मौके से फरार हो गया. इस घटना में पति-पत्नी की दर्दनाक मौत हो गयी. मृतक पति-पत्नी की पहचान भीमपुर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 निवासी कृष्ण मोहन चौधरी व पत्नी फूल कुमारी के रूप में हुई है. मृतका फूल कुमारी प्रधानाध्यापिका थी, जो छातापुर प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय टेंगरी में पदस्थापित थी. जानकारी मुताबिक मृतिका दंपत्ती के बेटे मकर संक्रांति पर्व में घर आया था. छुट्टी के बाद आईटीआई की परीक्षा और क्लास करने त्रिवेणीगंज जा रहे अपने बेटे ऋषिक कुमार को बस पर बिठाने एनएच 27 मुख्य मार्ग पर दोनों आये थे. बेटे का कुछ आवश्यक कागजात घर में छूट जाने के कारण व अपने घर उक्त कागजात को लेने चला गया था. इसी क्रम में नरपतगंज की ओर से आ रही तेज रफ्तार पिकअप ने सड़क किनारे खड़े दोनों को रौंद कर मौके से फरार हो गया. मौके पर भीमपुर थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार पांडेय अपने दलबल के साथ उक्त स्थल पर पहुंच कर आवश्यक कार्रवाई में जुट गए. हालांकि शिक्षिका को नरपतगंज पीएचसी अस्पताल भी ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.

पांच घंटे तक जाम रहा एनएच 27

घटना से आक्रोशित लोगों ने एनएच 27 मुख्य मार्ग के दोनों लाइनों को बांस बल्ली से बांध कर दोनों के शव को सड़क पर रख का हाइवे को जाम कर दिया. जिस कारण हाइवे के दोनों लेन में वाहनों की कतार लगी रही. जाम में शामिल लोग मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी, उचित मुआवजा व घटना को अंजाम देकर फरार हुए वाहन की पहचान कर कार्रवाई की मांग कर रहे थे. जाम की सूचना पर छातापुर बीडीओ डॉ राकेश कुमार गुप्ता, सीओ राकेश कुमार घटना स्थल पर पहुंच कर लोगों को शांत कराने में जुट गए. अधिकारियों के आश्वासन पर प्रदर्शनकारियों ने लगभग पांच घंटों के बाद जाम को समाप्त किया.

प्रावि टेंगरी में प्रधानाध्यापिका के पद कार्यरत थी फूल कुमारीमालूम हो कि फूल कुमारी प्राथमिक विद्यालय टेंगरी में नियोजित प्रधान शिक्षिका के रूप में कार्यरत थीं. जिनका नियोजन 13 अगस्त 2010 में हुआ था. तब से वह उसी विद्यालय में बतौर एचएम के पद पर पदस्थापित थीं. जिनकी असमय मौत से शिक्षक व बच्चों के अभिभावकों में शोक की लहर है.

तीन बच्चों के सिर से उठ गया माता-पिता का साया

मृतक पति- पत्नी अपने पीछे दो पुत्री प्रीति कुमारी, बेबी कुमारी व एक पुत्र ऋतिक कुमार को छोड़ गये. बड़ी पुत्री प्रीति कुमारी शादीशुदा है. बेटा ऋतिक कुमार त्रिवेणीगंज आईटीआई के छात्र है. वहीं सबसे छोटी बेटी बेबी कुमारी मानसिक रूप से बीमार है. तीनों बच्चे माता पिता के शव को देख कर दहाड़ मार कर रो रहे थे.

सड़क दुर्घटना में सरकारी लाभ और बेटे को अनुकंपा पर नौकरी देने की हो रही है प्रक्रिया : बीडीओ

इस संबंध में छातापुर बीडीओ डॉ राकेश कुमार गुप्ता ने सड़क दुर्घटना में पोस्टमार्टम के बाद मिलने वाली आर्थिक सहायता दी जाएगी. जिसको लेकर अग्रेत्तर कार्रवाई शुरू है. मौके पर परिजनों को कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत 06 हजार रुपया त्वरित प्रदान की गयी. बताया कि डीपीओ स्थापना शाखा से बात की गयी है. अनुकम्पा का प्रावधान है. जिस प्रक्रिया के द्वारा मृतक शिक्षिका दंपति के बेटे को नौकरी मिलेगी.

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