बिहार के इस जिले में कोरोना संक्रमण मामले में हुई वृद्धि, जानें कितने मिले पॉजिटिव मरीज
सुपौल : सुपौल जिले में कोरोना संक्रमण मामले में अचानक फिर अत्यधिक वृद्धि हुई है. जिले में संक्रमण का दौर जारी है. इस बीच मंगलवार को जिले में फिर कोरोना संक्रमित 94 नये मरीज पाए गये. जिनमें बसंतपुर के 15, छातापुर के 10, राघोपुर के 06, त्रिवेणीगंज के 02, पिपरा के 10, मरौना के 03, निर्मली के 08, सरायगढ़ के 07, किसनपुर के 13 तथा सदर प्रखंड के सर्वाधिक 20 मरीज शामिल हैं.
सुपौल : सुपौल जिले में कोरोना संक्रमण मामले में अचानक फिर अत्यधिक वृद्धि हुई है. जिले में संक्रमण का दौर जारी है. इस बीच मंगलवार को जिले में फिर कोरोना संक्रमित 94 नये मरीज पाए गये. जिनमें बसंतपुर के 15, छातापुर के 10, राघोपुर के 06, त्रिवेणीगंज के 02, पिपरा के 10, मरौना के 03, निर्मली के 08, सरायगढ़ के 07, किसनपुर के 13 तथा सदर प्रखंड के सर्वाधिक 20 मरीज शामिल हैं.
गौरतलब है कि जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 03 हजार 238 मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि इनमें से 02 हजार 771 कोरोना मरीज अब तक ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं. जिसके बाद जिले में फिलहाल कोरोना के कुल एक्टिव केस की संख्या 458 है. डीपीआरओ संतोष कुमार ने बताया कि जिले में अब तक कुल 01 लाख 19 हजार 825 कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों की जांच हेतु सैंपलिंग करायी जा चुकी है. जिनमें से कुल 677 लोगों का जांच रिपोर्ट आना अभी बांकी है. जिले में कोरोना की चपेट में आने से अब तक 09 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
गौरतलब है कि जिले में कोरोना संक्रमण मामले में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बावजूद अधिकांश लोग कोविड-19 को लेकर सरकार व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन नहीं कर रहे हैं. समय के साथ लोग धीरे-धीरे बेपरवाह हो रहे हैं. लॉकडाउन समाप्त होने के बाद बाजार खुलने के कारण सड़कों व दुकानों पर लोगों की भीड़ बढ़ रही है. हालांकि प्रशासन द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इस क्रम में लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क पहनने एवं हाथों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने हेतु अपील की जा रही है. समय-समय पर अभियान चला कर मास्क धारण नहीं करने वाले लोगों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है.
बावजूद अधिकांश लोग इस विश्वव्यापी महामारी के प्रति लापरवाह नजर आ रहे हैं. सड़कों पर अधिकांश लोग बिना मास्क पहने घूमते नजर आते हैं. वहीं दुकानों व प्रतिष्ठानों में भी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क तथा सेनेटाइजर जैसी जरूरी एहतियातों का ख्याल नहीं रखा जा रहा. लॉकडाउन खत्म होने के बाद पुलिस व प्रशासनिक अमला भी गाहे-बेगाहे ही सड़कों पर नजर आते हैं. पूर्व की तरह नियमों के अनुपालन हेतु सख्ती नहीं बरती जा रही है. नतीजा है कि कुछ दिन पूर्व जहां जिले में कोरोना के केस में कमी देखी जा रही है. वहीं विगत दो-तीन दिनों से संक्रमण का मामला फिर से तेज हो गया है.
posted by ashish jha