चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी से तापमान में वृद्धि, दोपहर में घर से निकला मुश्किल
चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी से तापमान में वृद्धि
सुपौल. जिले में चिलचिलाती धूप व उमस भरी गर्मी से तापमान में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की जा रही है. जिस कारण आम जनजीवन गर्मी से बेहाल हैं. शनिवार को जिले का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं अगले पांच दिनों तक तापमान में वृद्धि के साथ ही गर्म लू व हीट वेब जारी रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. जिससे लोगों को बचने की जरूरत है. सुबह होने के साथ ही सूर्यदेव के कड़क होने से लोग परेशान होने लगते हैं. सुबह धूप निकलने के बाद लोग घरों से निकलने में परहेज कर रहे हैं. बाजारों में आए लोग भी कड़ी धूप होने के चलते छांव में बैठकर दिन ढलने का इंतजार करने लगते हैं. जिस कारण बाजार में सड़क किनारे स्थित दुकान में लोगों की अधिक भीड़ हो जा रही है. खासकर उन महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी हो रही है जो अपने छोटे बच्चों को लेकर बाजार आ रही हैं. जिन्हें अपने साथ-साथ बच्चे को भी धूप व गर्मी से बचाना पड़ रहा है. घरों में बैठे लोग भी उमस भरी गर्मी से काफी परेशान हो जा रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि उमस भरी गर्मी व तीखी धूप होने के बावजूद व्यवसायी वर्ग अपने व्यवसाय को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते. अप्रैल माह शुरू होते ही गर्मी का प्रकोप जारी है. दिन में सूर्यदेव की तपिश से पारा भी चढ़ने लगा है. इसी के साथ शहरवासी भी इससे निजात पाने के लिए खाद्य पदार्थों में ही विकल्प तलाश रहे हैं. लोग खीरा, ककड़ी, तारबूज, नारियल पानी, गन्ने का जूस, आइस्क्रीम आदि का सेवन कर रहे हैं. डॉक्टर व स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो खीरा शरीर में पानी की भरपूर पूर्ति करता है. अब इनकी मांगें भी तेजी से बढ़ रही है. इसके अलावा यह डिहाइड्रेशन से भी बचाता है. गर्मियों में गन्ने का जूस पीने से शरीर को कई प्रकार के पौष्टिक तत्व मिलते हैं. इन दिनों जिले में गर्मी परवान पर है. इस भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह के शीतल पेय का सहारा ले रहे हैं. ताकि गर्मी से राहत मिल सके और सेहत भी ठीक रहे. इसके अलावे शहर में कच्चे नारियल की भी दुकान सज गयी है. जहां खासकर महिला नारियल पानी की ओर आकर्षित हो रही हैं. कहते हैं चिकित्सक शहर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ शांतिभूषण ने बताया कि गर्मी के इस मौसम में डिहाइड्रेशन होने की संभावना अधिक रहती है. शरीर में पानी की कमी, थकावट होना, कमजोरी आना, चक्कर आना, सिरदर्द, मतली, उल्टी, मांसपेशियों में ऐंठन और पसीना होना और लू लगना या हीट स्ट्रोक आदि शामिल है. लू लगने के लक्षणों में गर्मी से शरीर में अकड़न, सूजन बेहोशी और बुखार भी आ सकता है. ऐसे में लोगों को धूप में निकलने से परहेज करना चाहिए. ठंड पेय पदार्थ का सेवन करना चाहिए. अधिक जरूरत पड़ने पर धूप में निकलने पर छाता व गमछे का प्रयोग करें.