आस्था : माता के भक्त कन्हैया ने अपने छाती पर नौ कलश का किया स्थापना

बताया कि गत वर्ष भी कन्हैया ने इसी श्रद्धा के साथ अपने छाती पर कलश स्थापित किया था, जो माता के कृपा से सफल हो सका था

By Prabhat Khabar News Desk | October 4, 2024 8:50 PM

राघोपुर. प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में शुक्रवार को नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना बड़े ही श्रद्धापूर्वक व धूमधाम से किया गया. इस दौरान विभिन्न मंदिरों में संध्याकालीन आरती के साथ साथ भक्ति जागरण कार्यक्रम व भजन कीर्तन का भी आयोजन किया जा रहा है. वहीं मां दुर्गा के प्रति अपार भक्ति और श्रद्धा का एक नायाब उदाहरण देखने को मिला है, जहां एक भक्त बिना अन्न ग्रहण किए नौ दिनों तक अपने छाती पर एक साथ नौ कलश स्थापित कर मां के भक्ति का प्रण लिया है. जहां एक ओर युवक की मां के प्रति इतनी श्रद्धा और भक्तिभाव देखकर लोग अचंभित हैं, वहीं लोग मां दुर्गा से प्रार्थना भी कर रहे हैं कि अपने इस भक्त को इतनी शक्ति दें कि वह अपने प्रण को पूरा कर सके. जानकारी अनुसार प्रखंड क्षेत्र के फिंगलास पंचायत अंतर्गत नरहा वार्ड नंबर 2 स्थित मां भगवती मंदिर नरहा में स्थानीय 21 वर्षीय युवक कन्हैया कुमार द्वारा अपने छाती पर एक साथ नौ कलश स्थापित किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि युवक कन्हैया कुमार के पिता वीरेंद्र यादव और माता पवितर देवी का देहांत हो चुका है. कन्हैया पढ़ाई लिखाई के साथ साथ खेतीबाड़ी भी करता है. बताया कि मां दुर्गा के लिए कन्हैया के अंदर इतनी श्रद्धा और भक्तिभाव देखकर सभी दंग हैं और पूरे क्षेत्र में यह चर्चा का विषय बना हुआ है. जानकारी देते हुए मंदिर के पुजारी व कन्हैया के चाचा सुरेन्द्र यादव ने बताया कि उनका भतीजा कन्हैया ने कलश स्थापना से दो पूर्व उनलोगों को बताया कि इस बार वो नवरात्र के नौ दिनों तक अपने छाती पर कलश स्थापित कर मां का भक्ति करेगा. लेकिन लोगों ने उसकी बात को उतनी तवज्जो नहीं दिया. लेकिन कलश स्थापना के दिन उसने जिद पकड़ लिया कि वो आने छाती पर कलश स्थापित करेगा. जिसके बाद पंडित को बुलाकर विधिवत कन्हैया के छाती पर एक साथ नौ कलश स्थापित किया गया. बताया कि गत वर्ष भी कन्हैया ने इसी श्रद्धा के साथ अपने छाती पर कलश स्थापित किया था, जो माता के कृपा से सफल हो सका था. जिसके बाद पुनः इस वर्ष भी कन्हैया द्वारा अपने छाती पर कलश स्थापित किया गया है. वहीं कन्हैया के देखभाल में लगे परिजनों ने बताया कि इस दौरान कन्हैया थोड़ी मात्रा में सिर्फ चम्मच से जल ग्रहण करता है. बताया कि उनलोगों का मां दुर्गा से हमेशा यही कामना रहता है कि कन्हैया द्वारा लिए गए संकल्प को पूरा करने की शक्ति मां दुर्गा उसे प्रदान करें और इस संकल्प को पूरा करवा दें. कहा कि अब मां भगवती से ही आसरा है कि बीते दो दिनों की भांति आगे का भी दिन मां पार लगा दे.

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