वीरपुर. नेपाल में बारिश थमने से कोसी नदी के जलस्तर में कमी हुई है. हालांकि यह कमी अधिक समय के लिए नहीं है. नेपाल में तीन दिनों का बारिश का अलर्ट है, कभी भी बारिश के तेज होने से जल अधिग्रहण बराह क्षेत्र के जलस्तर में बढ़ोतरी होगी. जिसका असर कोसी नदी पर पड़ेगा. कोसी बराज स्थित कंट्रोल रूम से मिली जानकारी अनुसार बुधवार की शाम छह बजे कोसी नदी का जलस्तर 01 लाख 72 हजार 20 क्यूसेक स्थिर अवस्था में दर्ज किया गया है. वहीं जल अधिग्रहण बराह क्षेत्र में नदी का जलस्तर 01 लाख 03 हजार 250 क्यूसेक घटते क्रम में दर्ज किया गया. कोसी बराज के 56 में से 25 फाटकों को खोल दिया गया है. सिंचाई के लिए पूर्वी कोसी मुख्य नहर में 5700 क्यूसेक और पश्चिमी कोसी मुख्य नहर में 5000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. कौशिकी भवन स्थित चीफ इंजीनियर के बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिले खैरियत प्रतिवेदन के अनुसार बढ़ते जलस्तर के बाद कोसी बराज पर स्टर्ड नंबर 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28 और 29 पर जो दबाव बना हुआ था, वहां स्थिति नियंत्रण में है. वहीं सहरसा क्षेत्र अंतर्गत 117.15 किमी स्पर के डी पॉर्सन पर नदी की तेज धारा का दबाव अब भी बना हुआ है. नेपाल स्थित पूर्वी बाहोंत्थान बांध के 26.40 किमी स्पर के नोज एप्रोन पर नदी की तेज जलधारा का दबाव बना हुआ है. जहां फ्लड फाइटिंग फ़ोर्स के चेयरमैन के परामर्श और मुख्य अभियंता की सहमति के बाद बाढ़ संघर्षनात्मक कार्य कराये जा रहे हैं. इसके अलावे कोसी नदी के दोनों हीं तटबंध के स्पर और स्टर्ड अपने सभी अवयवों के साथ सुरक्षित बताये जा रहे हैं. तटबंधों पर सतत निगरानी और चौकसी का कार्य जारी है. बाढ़ नियंत्रण एवं जल निःसंरण के चीफ इंजीनियर वरुण कुमार ने बताया कि मंगलवार से बुधवार की स्थिति में काफ़ी अंतर है. सहरसा क्षेत्र अंतर्गत 117.15 किमी स्पर के डी पॉर्सन पर नदी की तेज धारा का दबाव अब नहीं रहा है. वहीं नेपाल स्थित पूर्वी बहोत्थान बांध के कुसहा डिवीजन अंतर्गत 26.40 किमी स्पर पर भी दबाव कम हुआ है. लेकिन पूर्वी कोसी तटबंध के 16.98 किमी स्पर पर नदी की तेज जलधारा का अधिक दबाव है. जिसके लिए बाढ़ संघर्षनात्मक कार्य कराये जा रहे है.
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