कोसी नदी के जल स्तर बढ़ने से तटबंध के भीतर बसे लोगों की बढ़ी धड़कनें
कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव होने के कारण तटबंध के अंदर रह रहे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है
सरायगढ़. कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव होने के कारण तटबंध के अंदर रह रहे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोसी नदी का डिस्चार्ज मंगलवार को 02 लाख से अधिक होने पर तटबंध के भीतर बसे लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है. जिसके कारण तटबंध के अंदर के लोगों की धड़कन तेज हो गयी. पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर मुख्य रूप से ढोली और बनैनिया पंचायत पूर्णतः बाढ़ से प्रभावित है. जबकि लौकहा और भपटियाही पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित है. बाढ़ से प्रभावित ग्रामीण ऊंचे टीले सहित अन्य ऊंचे स्थानों पर शरण लेने लगा है. कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव होने से तटबंध के अंदर के लोगों की समस्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. पूर्वी कोशी तटबंध के अंदर गांव में पानी प्रवेश करने के कारण लोगों को पशुचारे की भी गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर के ग्रामीण वीरेंद्र सिंह, रामानंद सिंह, देवनारायण सिंह, दिनेश सिंह, उमेश सिंह, मो कमाल, मो बशीरुद्दीन, मो जमीर आदि ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी स्तर पर नाव सुविधा नहीं मिलने के कारण तटबंध के अंदर के लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है. लोग निजी नाव के सहारे आवागमन करने को लेकर मजबूर बने है. इधर प्रखंड प्रमुख विजय कुमार यादव, मुखिया विजय कुमार यादव, श्याम कुमार यादव, पूर्व मुखिया सुरेश प्रसाद सिंह, महारानी देवी, प्रो सूर्यनारायण मेहता सहित अन्य ने बाढ़ से विस्थापित परिवारों को सिर छुपाने के लिए पॉलीथिन सीट और राहत सामग्री देने की मांग की है. सीओ धीरज कुमार ने बताया कि कोसी नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव होने के कारण प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. पूर्वी कोसी तटबंध के अंदर सरकारी स्तर पर जिला स्तर से आदेश मिलने के बाद नाव बहाल की जाएगी.
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