सदर अस्पताल में संचालित दीदी की रसोई में लटका रहा ताला, मरीज व परिजन परेशान
खाना बनाने को लेकर दीदीयों द्वारा आपस में कहासुनी हो गयी
सुपौल. सदर अस्पताल सुपौल परिसर में जीविका द्वारा संचालित दीदी की रसोई में आपसी विवाद को लेकर बुधवार को जीविका रसोई संघ की अध्यक्ष संगीता दीदी के द्वारा ताला मार दिया गया. जानकारी अनुसार मंगलवार को खाने का ऑर्डर दीदी की रसोई को मिला था. खाना बनाने को लेकर दीदीयों द्वारा आपस में कहासुनी हो गयी. हालात इतना बिगड़ गया कि नौबत दीदी की रसोई में ताला मारने तक आ गयी. रसोई में ताला लगे रहने से जहां अस्पताल में भर्ती मरीजों एवं उनके परिजनों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा. मो नौशाद, मो गुलजार, राजा कुमार राउत, फेकनी देवी, सुरेश मुखिया आदि ने बताया कि तीन-चार घंटे से दीदी की रसोई में ताला लगा हुआ था. इसमें से कुछ व्यक्ति खाना खाने, कुछ चाय पीने और कुछ पानी लेने तथा कुछ मरीज के लिए पानी गर्म कराने के लिए आए हुए थे. लेकिन ताला लटके रहने के कारण वे लोग परेशान दिखे. वहीं लेखापाल के सहायक कुंदन कुमार ने बताया कि मंगलवार को खाना का ऑर्डर आया हुआ था. जब दीदी को खाना बनाने के लिए बोला गया तो वे लोग खाना बनाने से इंकार कर दी. जिस कारण ऑर्डर कैंसिल करना पड़ा. इसको लेकर विभाग द्वारा स्पष्टीकरण पूछा गया. जिसका जवाब जब हम दे रहे थे, उसी दौरान अध्यक्ष संगीता दीदी द्वारा रसोई में ताला मार दिया गया. इस बाबत जीविका डीपीएम विजय कुमार सहनी से फोन पर इस बात की जानकारी ली गयी तो उनका कहना था कि हमलोगों का मुख्य काम सदर अस्पताल में भर्ती मरीज एवं परिजनों को भोजन मुहैया कराना है. ताला बंद रहने की बात गलत है. हो सकता है दीदी लोगों को कोई काम लगा होगा. जिस कारण से ताला बंद होगा. गौर करने वाली बात यह है कि जीविका दीदी की रसोई में अन्य दीदी भी कार्यरत है. ताला लगाना कहां तक उचित है, यह जांच का विषय है.
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