सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सुखपुर में विशेष पद्धति से होती है माता की पूजा

इस बार सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सुखपुर में मेला, संध्या कीर्तन भजन के साथ रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम भव्य आयोजन है

By Prabhat Khabar News Desk | October 6, 2024 8:37 PM

चौथे दिन की आराधना में मां भगवती को चांदी की टिकली और मधुपर्क किया गया अर्पण सुपौल. सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सुखपुर में आश्विन दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाया जा रहा है. यहां की पद्धति हर अन्य जगहों से भिन्न है. सदर प्रखंड सुखपुर के निवासी राष्ट्रपति पुरस्कृत स्व आचार्य पंडित योगेश्वर झा के द्वारा रचित पद्धति के अनुसार इस मंदिर में अनवरत कई वर्षों से पूजा होती आ रही है. मिथिलांचल के लिए यह एक विशेष और अलग पद्धति है. स्व पंडित योगेश्वर झा के शिष्य आचार्य पंडित सुरेश झा के द्वारा कई वर्षों से इसी पद्धति आधारित विधियों के द्वारा पूजा-अर्चना की जा रही है. आचार्य पंडित सुरेश झा बताते हैं कि नवरात्रि के प्रत्येक दिन अलग-अलग विधाओं से भगवती की उपासना की जाती है. चौथे दिन के उपासना में भगवती को चांदी की टिकली और मधुपर्क विशेष रूप से चढ़ाया गया. 1008 कुंवारी कन्याओं को कराया जायेगा भोजन समिति अध्यक्ष सह सेवानिवृत सैनिक दिनेश चंद ने मेला के बारे जानकारी देते हुए कहा कि महाष्टमी व नवमी के दिन ही एक हजार आठ कुंवारी कन्याओं का भोजन होना है. जो कि प्रत्येक वर्ष बढ़-चढ़कर की जाती है. मंदिर आने वाले सभी भक्तों को किसी प्रकार दिक्कत नहीं हो और पूजा सफलता पूर्वक संपन्न हो, इसके लिए उन्होंने अपने स्तर से तैयारी पूरी करने की कोशिश है. स्थानीय प्रशासन से भी समिति द्वारा अनुमति के साथ शांतिपूर्ण ढंग से मेला सफल हो, इसके लिए अपील किया है. बताया कि अष्टमी व नवमी को मैया जागरण का आयोजन किया जायेगा. दशमी की रात्रि में लोक नृत्य बाद अगले दिन भसावन दिन रविवार की रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन है. मेला व पूजा को सफल बनाने में जुटे हैं समिति के सदस्य सचिव रघुवंश कुमार ने कहा कि बनगांव के प्रसिद्ध कलाकार राकेश कुमार छोटू द्वारा प्रतिमा निर्माण अंतिम चरण पर है. जिसमें गांव के बिरजू कुमार भी काफ़ी सहयोग कर रहे हैं. मेला और पूजा को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष दिनेश चंद, सचिव रघुवंश कुमार, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण झा, समिति सदस्य नारायण झा बाबा, दुर्गादत्त झा, पवन झा, इंद्रनाथ झा, पशुपति झा, परितोष झा आदि कार्यकर्ता लगे हुए हैं. पूजा को सम्पन्न होने में आचार्य पंडित सुरेश झा के साथ विधिवत सहयोगी के रूप में इंद्रकांत झा एवं संतोष झा लगे हुए हैं. सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी होगा आयोजन बताया कि बगल के कई इलाकों के साथ दरभंगा, रोहतास, सासाराम, झारखंड व उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से यहां श्रद्धालुओं आते रहते हैं. प्रत्येक शुक्रवार को यहां पर कीर्तन भजन का आयोजन किया जाता है और नवरात्रि में पूरे 09 दिन कीर्तन भजन होता है. इस बार सार्वजनिक दुर्गा मंदिर सुखपुर में मेला, संध्या कीर्तन भजन के साथ रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम भव्य आयोजन है.

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