प्रसूता के पिता ने की आशा कार्यकर्ता पर कार्रवाई की मांग
आशा ने परिजनों पर दबाव बनाते हुए मरीज को बगल के निजी अस्पताल में लेकर चली गयी
आशा ने परिजनों पर दबाव बनाते हुए मरीज को बगल के निजी अस्पताल में लेकर चली गयी राघोपुर. रेफरल अस्पताल राघोपुर में एक बार फिर से आशा कार्यकर्ता द्वारा मरीज को बहला फुसलाकर निजी अस्पताल में भर्ती किए जाने का मामला सामने आया है. जिसे लेकर मरीज के पिता ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवेदन देकर आशा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिए आवेदन में प्रसूता बौराहा वार्ड नंबर 11 निवासी सोनी कुमारी के पिता बिनोद शर्मा ने बताया है कि बुधवार की सुबह करीब साढ़े छह बजे उन्होंने अपनी पुत्री का प्रसव कराने के लिए रेफरल अस्पताल राघोपुर लाया. भर्ती कराने के करीब दो घंटे बाद आशा कार्यकर्ता ने आकर बताया कि सोनी कुमारी के पेट में बच्चा उलट गया है, इसका ऑपरेशन करवाना पड़ेगा. इसके बाद आशा ने परिजनों पर दबाव बनाते हुए मरीज को बगल के निजी अस्पताल में लेकर चली गई. जहां मरीज के परिजनों से 25 हजार रुपये का मांग किया गया. इसके अलावा बेड चार्ज, दवा चार्ज और अन्य खर्च अलग से देने को कहा गया. इसके बाद उनके द्वारा साढ़े सतरह हजार रुपये जमा किया गया. बताया कि सरकारी अस्पताल के पुर्जा को भी आशा ने अपने पास रख लिया और परिजनों को देने से मना कर दिया. वहीं अस्पताल के पुर्जे पर किसी डॉक्टर ने उनके मरीज को रेफर भी नहीं किया. मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधक नोमान अहमद ने बताया कि पीड़ित द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर त्रिसदस्यीय टीम गठित किया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी.