Bihar News: सुपौल के एक निर्माणाधीन घर में कटा हुआ सर मिलने से फैली सनसनी, गायब धड़ की खोज में जुटी पुलिस

सुपौल में एक निर्माणाधीन घर में कटा हुआ सर मिलने से सनसनी फैल गयी. गायब धड़ को पुलिस खोज रही है.

By ThakurShaktilochan Sandilya | May 1, 2024 12:44 PM

Bihar News: बिहार के सुपौल में एक कटा हुआ सर मिलने से सनसनी फैली है. धड़ की खोज पुलिस कर रही है. मामला जिला अंतर्गत सदर थाना क्षेत्र के परसरमा पंचायत स्थित वार्ड नंबर 03 का है जहां बुधवार की सुबह एक अर्धनिर्मित घर से कटा हुआ सर बरामद किया गया है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.

कटा हुआ सर मिलने से फैली सनसनी

बुधवार की सुबह परसरमा पंचायत के वार्ड नंबर तीन में एक कटा हुआ सर पाया गया. दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी सूचना मिलते ही दलबल के साथ गृह स्वामी 55 वर्षीय नंद किशोर झा के अर्द्ध निर्मित घर पहुंचे जहां उन्हें कटा हुआ एक सर मिला. आसपास में भी धड़ नहीं मिलने पर पुलिस ने कटे हुए सर को जब्त किया जबकि धड़ की खोज की जा रही है.

बोले थानाध्यक्ष..

परिजन पड़ोसी पर हत्या का आरोप लगा रहे हैं. थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है. धड़ की खोज पुलिस के द्वारा की जा रही है. फिलहाल परिजनों द्वारा आवेदन नहीं दिया गया है.

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छह महीने के लिए विशेष गृह सहरसा भेजा गया विधि विवादित किशोर

इधर सुपौल के एक अन्य मामले में किशोर न्याय परिषद द्वारा एक विधि विवादित किशोर को लैंगिक उत्पीड़न के मामले में सुधार के लिए 06 महीने के लिए विशेष गृह सहरसा भेजा गया. साथ ही पीड़िता को क्षति पूर्ति के लिए 50 हज़ार रुपये भुगतान का आदेश दिया गया. प्राप्त जानकारी अनुसार बीते 24 नवंबर 2021 को जदिया थाना क्षेत्र अंतर्गत अपने दादी के साथ घास काटने गई एक 3 वर्षीय बच्ची के साथ एक किशोर द्वारा पानी पिलाने के नाम पर खेत से दूर ले जाकर दुष्कर्म का प्रयास किया गया. जिसको लेकर पीड़िता की दादी द्वारा जदिया थाना में मामला दर्ज कराया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना द्वारा किशोर पर पॉक्सो एक्ट के तहत कांड संख्या 227/21 दर्ज किया गया.

किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी अरविंद मिश्रा और परिषद के सदस्य बीबी ठाकुर की बेंच द्वारा किशोर पर पॉक्सो अधिनियम की धारा 8 के तहत 06 महीने के लिए विशेष गृह सहरसा में अधिवासित करने का आदेश दिया गया है. मामले का सफल विचारण अभियोजन मनोज कुमार द्वारा कराया गया. जबकि बचाव पक्ष की ओर से मामले की पैरवी ओमप्रकाश अंबेडकर ने की.

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