गृहिणी की आंख से निकल रहे प्याज के आंसू

प्याज 80 से 85 व लहसुन पहुंचा 450 के पार, गृहिणी परेशान

By Prabhat Khabar News Desk | November 19, 2024 7:03 PM
an image

प्याज 80 से 85 व लहसुन पहुंचा 450 के पार, गृहिणी परेशान सुपौल. प्याज के दामों ने एक बार फिर से आम आदमी की आंखों में आंसू ला दिया है. बाजार में प्याज 60 रुपये से 85 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है. इसी प्रकार लहसुन के भाव भी बढ़ गया है. लहसुन 400-490 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. आलू भी 35 रुपये किलो बिक रहा है. सब्जियों पर महंगाई की मार से गृहणियां परेशान हैं. दूसरी ओर सब्जी व्यापारियों का कहना है कि देश के विभिन्न प्रदेशों में भीषण बारिश की वजह से सब्जियों की फसल बर्बाद हो गई है. प्याज की आवक न होने से कीमत बढ़ती जा रही है. गृहिणी पिंकी कुमारी, सोनी कुमारी, अर्चना देवी, रीना कुमारी, दिव्या कुमारी, ममता व अन्य का कहना था कि लहसुन-प्याज के बढ़े दामों के कारण रसोई का बजट बिगड़ गया है. पहले प्याज का इस्तेमाल सब्जी बनाने में और सलाद के तौर पर होता था. लेकिन अब दाम अधिक हो गए हैं तो थाली से प्याज गायब होता जा रहा है. बताया कि सब्जी के लिए भी बहुत ही कम प्याज का इस्तेमाल किया जा रहा है. टमाटर के दाम भी कम नहीं हैं और प्याज के दाम भी बढ़े हुए हैं. ऐसे में आम आदमी गुजर बसर करे तो कैसे. पहले तो कहा जाता था कि गरीब आदमी के पास खाने को कोई सब्जी या दाल न हो तो प्याज के साथ रोटी खा कर गुजारा हो जाता था. लेकिन अब जिस प्रकार से प्याज के दाम बढ़े हैं, उससे लगता है कि अब गरीब आदमी को नमक के साथ ही गुजर बसर करना पड़ेगा. दुकानदार रमीज ने बताया कि मंडी में जिस प्रकार से प्याज आ रहा है, उसी प्रकार से बेचा जा रहा है. मंडी में थोक के रेट भी बढ़े हुए हैं जिसके कारण से खुदरा बाजार में भी प्याज के दाम अधिक हैं. आने वाले समय में प्याज के दाम कम होंगे तो खुदरा बाजार में भी कमी आएगी. हरी सब्जी भी थाली से होने लगी गायब पिछले 15 दिनों से हरी सब्जियों की कीमत में लगातार हो रही वृद्धि से लोगों की थाली से हरी सब्जी गायब होने लगी है. 15 दिनों में 10-20 प्रति किलो की दर से हरी सब्जियों की कीमत बढ़ी है. लोगों ने बताया कि पहले से ही राशन, दूध एवं गैस सिलेंडर की कीमत में बढ़ोतरी ने परेशान कर रखा है. अब सब्जियों की कीमत बढ़ने से और परेशानी का सबब बन गया है. ऐसे में अब एक समय हरी सब्जी भी खाना मुश्किल हो गई है. बढ़ती महंगाई ने जिलावासियों को हलकान कर रखा है. खास कर सब्जियों की कीमत में अप्रत्याशित वृद्धि से आमलोग खासे परेशान हैं. वहीं गृहणियों की घरेलू बजट भी चौपट हो चुकी है. सब्जी के अलावा दैनिक उपभोग की अन्य सामग्रियों के दामों में भी काफी उछाल देखा जा रहा है. सब्जी विक्रेता मो हारून ने बताया कि जिले में सब्जी का उत्पादन कम होने के कारण मंडी में भी सब्जी कम आ रहा है. वहीं मंडी से ही काफी ज्यादा कीमत पर सब्जियां मिल रही हैं. फिर पहले से दोगुना ज्यादा भाड़ा गाड़ी वाले को देना पड़ता है. यही कारण है कि सब्जी की कीमत में बढ़ोतरी हुई है. सब्जी का नाम कीमत आलू 35-40 प्याज 60-85 पत्ता गोभी 40-50 टमाटर 80-100 शिमला मिर्च 240 लहसुन 400 फूलगोभी 50-60 करेला 80 परवल 80 भिंडी 60 हरा मिर्च 60 मूली 40 बैंगन 50

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version