रबी महा-अभियान 2024 रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
राज्य सरकार किसानों के लिए कृषि मैप रोड तैयार किया है. जिससे प्रगतिशील किसान को कृषि के क्षेत्र में लाभ मिल सके.
– कार्यक्रम में किसानों को रबी फसल के उत्पादन को लेकर दिया गया टिप्स सुपौल जिला मुख्यालय स्थित पुष्पांजलि विला सभागार भवन में में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण आत्मा द्वारा रबी महा-अभियान 2024 को लेकर रबी कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद दिलेश्वर कामैत, पिपरा विधायक रामविलास कामत, डीएम कौशल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी पप्पू कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है. कृषि को बढ़ावा देने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रहे हैं. कहा कि राज्य सरकार किसानों के लिए कृषि मैप रोड तैयार किया है. जिससे प्रगतिशील किसान को कृषि के क्षेत्र में लाभ मिल सके. अब कृषक वैज्ञानिक तरीके से खेती कर रहे हैं. जिससे फसल का उत्पादन काफी तेजी से बढ़ा है. किसान खाद का उपयोग कम करें इसलिए जिला में किसान मेला का अयोजन किया जाता है. जहां किसानों को सब्सिडी के साथ विभन्न प्रकार के कृषि यंत्र आसानी से मिल जाता है. रबी फसल का उत्पादन कैसे बेहतर हो उसी को लेकर यह रबी महाअभियान का आयोजन किया गया है. जहां किसानों को रबी फसल के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी. कहा कि बिहार जहां हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. वहीं कृषि के क्षेत्र में भी बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है. पिपरा विधायक रामविलास कामत ने कहा कि किसानों को अन्नदाता की संज्ञा देते कहा कि कृषक को बेहतर फसल उत्पादन को लेकर सरकार के द्वारा समय-समय किसानों के साथ बैठक कर किसानों को बेहतर खेती को लेकर जानकारी दी जाती है. यहां की 80 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से कृषि पर निर्भर है. इसलिए बिहार सरकार कृषि के विकास एवं कृषकों के उन्नति के लिए उनके हित में कृषि विभाग के माध्यम से विभिन्न योजनाएं चला रही है. आज हर खेत तक बिजली पहुंचाया जा रहा है. जिससे किसान अब कम लागत में ही खेतों का समय पर पटवन भी कर पाते हैं. कहा कि कोसी का यह इलाका मखाना के साथ साथ फसल के उत्पादन में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. रबी फसल किसानों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. किसानों को रबी फसल उत्पादन को लेकर कोई कठनाई नहीं हो. इसलिए यह रबी आभियान कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया. डीएम कौशल कुमार ने कहा कि कृषक एक सफल किसान बन सके. सरकार के द्वारा बनाए गए विभिन्न योजनाओ के तहत किसानों को लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है. वहीं विभागीय अधिकारियों को सभी विभागीय योजनाओं का ससमय क्रियान्वित करना सुनिश्चित कराने को कहा. कहा कि राज्य के अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है. खेतों में अच्छी पैदावार के लिए खेतों की मिट्टी की जांच जरूरी है. खेतों की मिट्टी के जांच उपरांत मिट्टी की आवश्यकता अनुसार ही सही मात्रा में जैविक प्रदार्थ डाले. किसान कृषि यंत्र के बारे में आवश्य जानकारी ले. ताकि सरकार के महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ किसानों को मिल सके. वही सभी किसान सलाहकारों को कहा कि सभी अपने-अपने क्षेत्र में धान कटनी का सही डाटा जिला मुख्यालय को उपलब्ध कराए. किसानों से कहा कि वह व्यापार मंडल एवं पैक्स के माध्यम से धान की बिक्री कर एमएसपी का लाभ प्राप्त करें. कहा कि बुधवार से किसानों के खाते में राशि जाना शुरू हो गया है. धान देने के 48 घंटे के अंदर किसान के खाते में राशि दे दी जायेगी. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि रबी मौसम में बिहार राज्य बीज निगम द्वारा प्राप्त बीज गेहूं 10448 क्विंटल, मसूर 2270 क्विंटल, सरसों 59.50 क्विंटल बीज वितरण का लक्ष्य प्राप्त हुआ है. जिले में रबी मौसम में कुल 01 लाख 25 हजार हेक्टेयर में खेती होनी है. जिसमें मुख्यतः 65 000 हेक्टेयर में गेहूं की बुआई, 8,000 हेक्टेयर में दलहन की खेती एवं 1200 हेक्टेयर में सरसों की खेती होने की संभावना है. कृषकों द्वारा बीआरबीएन पोर्टल पर ऑनलाईन आवेदन के माध्यम से बीज प्राप्त किया जाता है. कृषि यांत्रिकीकरण योजना 2024-25 अन्तर्गत अभी तक कुल 722 कृषकों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र वितरण किया गया. साथ ही फसल अवशेष प्रबंधन वाले यंत्रों का क्रय करने हेतु कृषकों को प्रेरित किया गया. मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण कार्यक्रम के तहत वित्तीय वर्ष 2024-25 अन्तर्गत प्राप्त लक्ष्य 10300 के विरूद्ध शत-प्रतिशत नमूना संग्रह करते हुए कुल 5530 कृषकों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण किया गया है. मौके पर जिला सहकारिता पदाधिकारी अनिल कुमार गुप्ता, वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रतीक आनंद, कृषि विज्ञान केन्द्र राघोपुर के वैज्ञानिक मिथिलेश कुमार, उप परियोजना निदेशक आत्मा चन्द्र आलोक कुमार, सहायक निदेशक उद्यान अमृता कुमारी, सहायक निदेशक रसायान अमितेश कुमार, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण श्याम नंदन कुमार, सहायक निदेशक (शष्य) प्रक्षेत्र, आशीष कुमार, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी दीपक कुमार, अग्रणी बैंक प्रबंधक अमित कुमार, सभी अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, सभी कृषि समन्वयक, सभी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सभी सहायक तकनीकी प्रबंधक, सभी किसान सलाहकार सहित किसान मौजूद मौजूद थे. इस मौके पर प्रगतिशील कृषक भोला मंडल, देवनारायण साहू, महेन्द्र मेहता को आरकेवीवाई योजनान्तर्गत गोदाम निर्माण हेतु स्वीकृति पत्र निर्गत किया गया है. साथ ही 15 कृषकों के बीच अनुदानित दर पर मसूर बीज वितरण किया गया.
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