बारिश का मौसम शुरू होने से मौसमी बीमारियों के बढ़ने लगे मरीज

तापगंज पीएचसी के डॉ ललित कुमार ने बताया कि बारिश के मौसम में वातावरण में नमी आ जाती है

By Prabhat Khabar News Desk | July 11, 2024 9:47 PM

प्रतापगंज. बारिश से जहां भीषण गर्मी के प्रकोप से राहत मिली है. वहीं तरह-तरह के मौसमी बीमारियों को भी बुलावा दिया है. बरसात का मौसम शुरू होने के बाद से ही कुछ बीमारियां तेजी से पांव पसार रही है. प्रतापगंज पीएचसी के डॉ ललित कुमार ने बताया कि बारिश के मौसम में वातावरण में नमी आ जाती है. इस कारण बैक्टीरिया और वायरस पनपते हैं. कई तरह के यह वायरस और बैक्टीरिया बीमारियों का कारण बनता है. वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण से होने वाली कई बीमारियां इस मौसम में बढ़ गयी है और यह बच्चों से लेकर बुजुर्गों को शिकार बना रही है. बारिश के मौसम में टाइफाइड, डायरिया, वायरल बुखार, स्किन एलर्जी, आई फ्लू का प्रकोप बढ़ गया है. डॉ ललित ने बताया कि इस मौसम में डायरिया का रिस्क भी रहता है. इस मौसम में सबसे अधिक खतरा डेंगू और मलेरिया का होता है. यह दोनों बीमारियां मच्छर के काटने से होती है. बारिश के मौसम में जमा पानी में यह मच्छर पनपते हैं. अगर इन बीमारी का समय पर इलाज नहीं हुआ तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. डॉक्टर ललित ने बरसाती बीमारियों से बचने के उपाय भी बताया. उन्होंने कहा कि अधिक पौष्टिक भोजन करें और जंक फूड का सेवन नहीं करे. हाइड्रेट रहे और गर्म पानी और साफ पानी पिये, अपने आसपास सफाई रखें, मच्छरदानी मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें. कहा कि यह सलाह केवल सामान जानकारी प्रदान करती है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी योग चिकित्सक से मिल कर परामर्श लें. पीएचसी के डॉ आनंद कुमार ने भी बताया ओपीडी में मौसमी बीमारी से ग्रसित जैसे डायरिया, बुखार, सर्दी, खांसी, आई फ्लू, स्किन एलर्जी, बच्चों में बुखार, स्किन एलर्जी की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. पीएचसी ओपीडी में करीब 40-50 फ़ीसदी ऐसे मरीज आ रहे हैं. बताया कि इन बीमारियों से निपटने के लिए पीएससी में सभी प्रकार के दवा उपलब्ध है.

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