बदलते मौसम में वायरल फीवर व सर्दी-जुकाम के शिकार हो रहे है लोग, ओपीडी में मरीजों की लगी रही कतार
मौसम में लगातार बदलाव से बच्चे एवं बुजुर्ग को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
सुपौल. मौसम के लगातार उतार चढ़ाव से आम जन जीवन प्रभावित हो रहा है. कभी धूप व कभी बारिश का सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. मौसम में लगातार बदलाव से बच्चे एवं बुजुर्ग को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इधर सदर अस्पताल सहित शहर के प्राइवेट हास्पिटल, क्लिनिक में बुखार, सर्दी-खांसी, गले में दर्द के साथ चर्मरोग के मरीजों की लंबी कतार लगी रहती है. मंगलवार को सदर अस्पताल में शिशु रोग ओपीडी में 120 से अधिक बच्चे को देखा गया. वहीं इमरजेंसी में भी 100 से अधिक मरीज पहुंचे. शिशु रोग ओपीडी में मौजूद शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ हरिशंकर ने बताया कि मौसम में उतार-चढ़ाव के साथ ही वायरल फीवर का प्रकोप बढ़ जाता है. इस समय मौसम में अचानक सर्द-गर्म हो रहा है. लिहाजा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. जिसके कारण वायरस जल्दी अटैक कर लेता है.
अस्पताल पहुंच रहे हैं वायरल फीवर से ग्रसित मरीज
शहर में पिछले एक सप्ताह से बार-बार बदलते मौसम बदल रहा है. कभी बारिश हो जाती है तो कभी धूप तो कभी उमस भरी गर्मी जैसा मौसम हो जाता है. जिसके कारण दिन भर में तापमान में तीन से पांच डिग्री तक का बदलाव होता है. इस बार वायरल के असर में बदलाव देखा जा रहा है. अब तक यह संक्रमण सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार होने के बाद तीन-चार दिन में ठीक हो जाता था. लेकिन, पिछले एक हफ्ते में यह देखने में आ रहा है कि मरीजों को वायरल से ठीक होने में ज्यादा वक्त लग रहा है. यही वजह है कि अब सरकारी के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में भी वायरल फीवर के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों में 60 से 70 प्रतिशत मरीज में वायरल फीवर से ग्रसित थे.तापमान में उतार चढ़ाव से लोग हो रहे बीमार
इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की इलाज कर रहे सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ विकास कुमार ने बताया कि दिन में तेज धूप, शाम में सिहरन और रात में ठंड के चलते तापमान में तेजी से आ रहे उतार-चढ़ाव की वजह से ऐसी स्थिति बन रही है. इसके चलते सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज बढ़े हैं, खासकर सांस की परेशानी, अस्थमा और पेट के रोगियों को ज्यादा परेशानी आ रही है. सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में पिछले एक सप्ताह में मरीजों की संख्या में 30 से 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. ओपीडी में सबसे अधिक सर्दी और जुकाम के मरीज आ रहे हैं, इनमें सर्दी और जुकाम के मरीजों की संख्या है.
कहते हैं सीएस
सिविल सर्जन डॉ ललन कुमार ठाकुर ने कहा कि इंफेक्शन से लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए. डॉक्टर के परामर्श के अनुसार दवाइयां लें, सर्दी-जुकाम होने पर घर में रहे. पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं. विटामिन सी वाले फल खाएं. जिससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है