जरूरी सामान के साथ ऊंचे स्थान की ओर पलायन कर रहे लोग
सीओ विजय प्रताप सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण कर जायजा लिया गया है
निर्मली. नेपाल में भारी बारिश के कारण कोसी नदी में जलस्तर रिकॉर्ड वृद्धि के बाद निर्मली अनुमंडल क्षेत्र में कोसी तटबंध के भीतर बसे दर्जनों गांवाें में बाढ़ से तबाही शुरू हो गई है. लगभग सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है. लोगों के घर-आंगन व चूल्हे भी डूब गए. कोसी तटबंध के भीतर बसे बाढ़ प्रभावित गांव के लोग नाव के सहारे मवेशियों व अन्य जरूरी के सामान के साथ रविवार को ऊंचे स्थान की ओर पलायन करते दिखे. निर्मली अंचल क्षेत्र के दिघिया, बेलासिंगारमोती, डगमारा व मरौना अंचल क्षेत्र के सिसौनी, घोघररिया, बड़हारा पंचायत के दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी फैलने से प्रभावित इलाके के लोग सहमे दिखे. कई घरों में चूल्हे तक नहीं जलने से बच्चे व बुजुर्गों को भी पारी परेशानी हो रही है. हालांकि क्षेत्र में बाढ़ के प्रकोप को देखते हुए प्रशासन व जनप्रतिनिधियों भी बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंच कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया. जल तांडव के बीच लोगों के घर-आंगन में पानी घुसने के कारण कई परिवारों के चूल्हे भी डूब गए. ऐसे में कई परिवारों के घर भोजन भी नहीं बन पाया. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा जगह-जगह राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है. बाढ़ प्रभावित गांवों में ग्राउंड जीरो पर कुछ लोगों का यह भी कहना था कि कोसी तटबंध के भीतर घर बनाकर लगभग 40-50 साल से सैकड़ों परिवार रह रहे हैं. बाढ़ प्रभावित सैकड़ों पीड़ित परिवारों को सरकार द्वारा पुनर्वास में जगह व जमीन भी आवंटित की गई है. लेकिन अधिकांश परिवारों को आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. इधर बाढ़ से प्रभावित लोग मवेशी व बच्चों के साथ बांध पर रहने को मजबूर हैं. लोगों को जलीय जीवों का भय सताते रहता है. सीओ विजय प्रताप सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण कर जायजा लिया गया है. पीड़ित परिवारों के बीच राजस्व कर्मचारी व अन्य कर्मियों द्वारा सरकारी स्तर से राहत सामग्री वितरित की जाएगी.
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