पग-पग पोखर, नदी-नाला व जंगल रहने के बावजूद महानगर की जैसी पड़ रही गर्मी, लोग परेशान
कोसी इलाके में आज भी पग-पग पर पोखर, नदी, नाला व जंगल विराजमान है
सुपौल. कोसी इलाके में आज भी पग-पग पर पोखर, नदी, नाला व जंगल विराजमान है. बावजूद बैसाख माह में ही जेठ की तपती दोपहर दिखने को मिल रहा है. लगातार तापमान में वृद्धि व चल रही तेज गर्म हवा लोगों को महानगर के जैसे गर्मी का एहसास दिलाता है. पोखर व नदियों का पानी भी कम होने लगा है. इलाके में प्रचुर मात्रा में पानी रहने के बावजूद भूगर्भ जल स्तर घटने लगा है. जो भविष्य के जल संकट की आहट दे रहा है.
सूख रहा मक्का की फसल
गेहूं की दउनी के बाद किसान मक्का की फसल की सिंचाई में जुटे है. मकई के पौधे के बाइल में दाना आने लगा है. ऐसे में मकई की खेत में पर्याप्त नमी की जरूरत होती है. किसान मकई की खेत को पटवन कर रहे हैं. लेकिन तेज धूप, गर्म हवा व तापमान में बढ़ोतरी की वजह से खेतों में नमी नहीं रह रही है. जिस कारण किसान परेशान दिख रहे हैं. किसान सुरेंद्र सिंह ने बताया कि खेत में नमी नहीं रहेगी तो मकई के बाइल में दाना पुष्ट नहीं होगा. जिसका उत्पादन पर काफी असर पड़ेगा. वहीं मकई के दाना की गुणवत्ता भी ठीक नहीं रहेगी. कहा कि थोड़ी भी बारिश हो तो किसान को काफी राहत मिलेगी.
एसी, कूलर व पंखा से भी नहीं मिल रहा राहत
जिले का लगातार तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रह रहा है. पछिया हवा की रफ्तार भी 27 किलोमीटर प्रति घंटे औसतन रह रहा है. ऐसे में लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है. शहरी इलाके में लोग गर्मी से बचने के लिए एसी, कूलर व पंखा का भरपूर उपयोग कर रहे हैं. शहरी लोगों द्वारा विद्युत उपकरण के उपयोग की वजह से उनका बिजली बिल अन्य दिनों की भांति अधिक आ रहा है. लेकिन भीषण गर्मी में विद्युत उपकरण भी लोगों को राहत नहीं दे रहा है. वहीं ग्रामीण इलाके में लोग दिन में बगीचे व दरवाजे पर समय काटते हैं. रात को गांव में मौसम थोड़ा ठीक रहता है. लोग खुले आसमान के नीचे सोना पसंद कर रहे हैं.हाइवे भी दिखता है सुनसान
भीषण गर्मी की वजह से शहर की सड़के सहित जिले से सटे हाइवे पर आवागमन काफी कम रहता है. दोपहर के वक्त हाइवे पर एकाध बाइक व साइकिल सवार नजर आते हैं. जबकि फुटपाथी दुकानदार दोपहर के वक्त घर में ही रहना पसंद करते हैं. फुटपाथी दुकानदारों ने बताया कि दोपहर में सड़क किनारे बैठना काफी मुश्किल होता है. गर्म हवा चलने से उनलोगों का शरीर व आंख में काफी जलन होने लगता है. वहीं दोपहर में ग्राहक भी दुकान पर नहीं पहुंचते हैं.गर्मी ने शहर को जाम से दिला रखी है मुक्ति
गर्मी के कारण शहर में लोगों का आवागमन काफी कम हो गया है. जिस कारण जहां प्रत्येक दिन जाम में लोग फंसते थे. वहां आसानी से लोग चार पहिया व बाइक के सहारे आसानी सफर कर रहे हैं. शाम के वक्त भी शहर में लोगों की भीड़ अन्य दिनों की अपेक्षा कम रह रही है. सब्जी मार्केट के अलावे कहीं ज्यादा भीड़ नहीं रह रही है.चुनावी प्रचार भी नहीं पकड़ी है रफ्तार
जिले में अब तक चुनावी गर्मी का एहसास लोगों को नहीं हो रहा है. चुनावी गर्मी पर मौसम की गर्मी ने लगाम लगा रखा है. भीषण गर्मी की वजह से कार्यकर्ता चुनाव प्रचार में क्षेत्र में निकलते तो हैं. लेकिन दोपहर होने तक पस्त हो जाते हैं. जहां बैठते हैं वहीं आराम फरमाने लगते हैं. जिस कारण इलाके में चुनाव का शोर रफ्तार नहीं पकड़ा है. जबकि चुनाव प्रचार के अब चंद दिन ही बचे है. लोकसभा का चुनाव सुपौल में सात मई को होना है.
शीतल पेय पदार्थ की खूब हो रही बिक्री
गर्मी के मौसम में शीतल पेय पदार्थ की खूब बिक्री हो रही है. जगह-जगह गन्ने की जूस, बेल की शरबत व आईसक्रीम के ठेले लगे हैं. जहां लोग शीतलपेय पदार्थ का सेवन का अपने आप को ठंडक दिलाने की कोशिश कर रहे हैं. लोग घरों में कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन कर रहे हैं. वहीं गली-मुहल्ले में भ्रमणशील आईसक्रीम ठेला नजर आ रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है