पिपरा. पिपरा बाजार स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार बनकर रह गयी है. गांधी जी की प्रतिमा के इर्द-गिर्द कचरे का अंबार लगा रहता है. एनएच 106 और पिपरा-चंपानगर पथ के संपर्क बिंदु पर अवस्थित गांधी जी की प्रतिमा सड़क के ऊंचा होने के साथ-साथ नीचे होती चली गयी. प्रतिमा के इर्द-गिर्द रेहड़ी व ठेला लगाए जाने से दूर से पता भी नहीं चल पाता है कि यहां गांधी जी की प्रतिमा भी है. एनएच 106 और पिपरा-चंपानगर पथ के क्रॉसिंग पर प्रतिमा अवस्थित होने के कारण अक्सर जाम की भी समस्या बनी रहती है. प्रशासन को इस प्रतिमा की याद सिर्फ गांधी जी की जयंती 02 अक्टूबर को, 26 जनवरी और 15 अगस्त को ही आती है. इस दिन साफ-सफाई और माल्यार्पण के बाद पुनः प्रतिमा स्थल का वही हाल हो जाता है. आसपास कचरा का अंबार लग जाता है. प्रशासन को चाहिए की प्रतिमा स्थल को सड़क से ऊंचा कर प्रतिमा पुनर्स्थापित करें या फिर प्रतिमा को प्रखंड कार्यालय परिसर में स्थापित कर दें. जहां गांधी जी के प्रति लोगों की श्रद्धा बनी रहे.
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