चार माह बाद भास्कर हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, चाचा ने शूटर से करवायी थी हत्या
पुलिस बहुत जल्द ही जेल में बंद इन दोनों अपराधियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी
– लाइनर व शूटर गिरफ्तार जदिया पिछले चार माह पहले गोली मारकर हुई भास्कर आनंद की हत्या का पुलिस ने आखिरकार खुलासा कर लिया है. पुलिस के मुताबिक चाचा पप्पू कुमार हिमांशु ने ही इकलौते भतीजे भाष्कर आनंद को जमीन विवाद में सुपारी देकर अपराधियों से हत्या करवाई थी. हालांकि वारदात के बाद पुलिस ने नामजद आरोपी चाचा पप्पू कुमार हिमांशु को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. घटना के खुलासे के लिए पुलिस वैज्ञानिक अनुसंधान में जुटी हुई थी. मंगलवार को इस घटना में शामिल शूटर मो रियाज को गिरफ्तार करने के बाद जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो वारदात की परतें खुलती चली गई. इसके बाद पुलिस ने लाइनर की भूमिका में रहे दूसरे आरोपी मो बिक्कू उर्फ कमरुज्जमा को गिरफ्तार कर पूछताछ की. जहां दोनों ने स्वीकारोक्ति बयान में वारदात अंजाम देने का जिक्र किया. थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि मृतक भास्कर के बड़े चाचा स्व महंत विनोद दास ने अपने हिस्से की जमीन भास्कर के नाम कर दी थी. इसी का आक्रोश छोटे चाचा पप्पू कुमार हिमांशु को जेहन में कुरेद रहा था. बताया कि चाचा पप्पू कुमार हिमांशु सूद पर ब्याज लेन देन भी करता था. जिससे उसकी लाइनर मो बिक्कू से पहले से ही नजदीकी थी. मधेपुरा जिला के शंकरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत निशिहरपुर गांव निवासी मो रियाज एवं कुमारखंड थाना क्षेत्र के विशनपुर गांव निवासी मो बिक्कू के बाद इस घटना में शामिल तीन अपराधियों में दो सुपौल जेल में बंद है. जबकि फरार एक और को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस जुटी हुई है. थानाध्यक्ष ने बताया कि जेल में बंद दो अपराधी शंकरपुर थाना क्षेत्र के मो नौशाद और मो शब्बीर इस घटना को अंजाम देने के एक महीने बाद सुपौल कोर्ट से लौट रहे कोरिया पट्टी पश्चिम पंचायत के खुंट गांव निवासी ललन साह पर पीपरा के समीप हमला किया था. थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस बहुत जल्द ही जेल में बंद इन दोनों अपराधियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. बताया कि इस वारदात में संलिप्त अपराधियों का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है.
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