वीरपुर. नगर पंचायत के वार्ड नंबर 04 में स्थित वैष्णवी काली मंदिर में पूजा को लेकर तैयारी की जा रही है. मंदिर में रंग रोगन और मूर्तियों के सजाने का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है. मंदिर की देखरेख करने वाले दीपक नंदी और वंदना देवी नंदी ने बताया कि वर्ष 1964 में उनके पिता अमर चंद नंदी और माता विद्यावती देवी नंदी को माता स्वप्न में आई थी. तब उसी काल में उक्त दोनों लोगों ने एक छोटे से मंदिर का निर्माण किया था. मंदिर के निर्माण के बाद लोगों ने पूजा अर्चना शुरू की. भक्तों की मुरादें पूरी होने के बाद भक्त मंदिर में दान देना शुरू किया और इस प्रकार देखते ही देखते मंदिर का भव्य और बड़ा स्वरूप वर्ष 1993 में बनकर तैयार हो गया. बड़े मंदिर के बनते ही भक्तों की भीड़ बढ़ने लगी. मंदिर में प्रतिदिन पूजा पाठ किया जाने लगा. समय बीतने के साथ साथ मंदिर के संस्थापक अमरचंद नंदी वर्ष 2008 में चल बसे. इसके बाद मंदिर की देख रेख अमरचंद नंदी की पत्नी विद्यावती देवी नंदी करने लगी. लेकिन वर्ष 2017 में विद्यावती देवी नंदी भी चल बसी. जिसके बाद इन दोनों के छोटे पुत्र व पुत्रवधू ने मंदिर में पूजा पाठ का जिम्मा लिया. अब दीपक नंदी के पुत्र भी मंदिर के कार्य में हाथ बंटाते हैं. वंदना देवी नंदी ने बताया कि यहां की माता वैष्णवी है. काली पूजा के रात्रि को दर्शन भी देती हैं. जो भक्त सच्चे मन से माता से मुरादें मांगते हैं. माता उसकी मुरादें भी पूरी करती है. यही कारण है कि एक छोटे से झोपड़ी में माता की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी जो अभी बड़े मंदिर में विराजमान है. काली पूजा में भव्य आरती की जाती है. जहां नगर क्षेत्र से हजारों की संख्या में लोग पूजा करने और माता की आरती में शामिल होते हैं.
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