कहा पैसा लेकर पर्चा देते हैं सर्वे कर्मी, खेसरा सुधार के नाम पर की जाती है अवैध वसूली
कटैया-निर्मली पिपरा प्रखंड क्षेत्र के कटैया माहे पंचायत में हुए जमीन सर्वे कार्य में अनियमितता को लेकर कटैया मौजा के ग्रामीणों ने सोमवार को विरोध जताया और सर्वे कर्मी पर पैसा लेकर पर्चा देने का भी आरोप लगाया. इस अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने कटैया चौक पर एकजुट होकर सर्वे कर्मी का विरोध किया. विरोध प्रदर्शन कर रहे रैयतों ने बताया कि 25 प्रतिशत लोगों को ही पर्चा मिला है, वह भी गलत है. जमीन किसी का है और पर्चा किसी दूसरे व्यक्ति के नाम से दे दिया गया. कहा कि पर्चा में रैयतो का चौहद्दी, रकवा, केवाला प्राप्त जमीन वर्तमान में दखल कब्जे वाले जमीन को बिहार सरकार के नाम कर दिया गया है. बताया कि 03 अक्तूबर से पर्चा वितरण करने का आदेश दिया गया एवं तीन से 18 अक्तूबर तक आपत्ति देने का समय दिया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि सर्वे शिविर कटैया माहे पंचायत सरकार भवन से हटाकर 06 किलोमीटर दूर दीनापट्टी पंचायत सरकार भवन में स्थानांतरित कर दिया गया है. अधिक दूर रहने के कारण रैयत वहां नहीं पहुंच पा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि एक खेसरा के सुधार में सर्वे कर्मी द्वारा 05 सौ रुपए की मांग की जाती है. अधिक खेसरा वालों से मोटी रकम की मांग की जाती है. प्रदर्शनकारियों ने कर्मी का यही रवैया चलता रहेगा तो 1962 की तरह इस बार भी सर्वे कार्य सही से नहीं हो सकेगा. विरोध कर रहे रैयतों ने कहा कि जिला पदाधिकारी, बंदोबस्त पदाधिकारी व सर्वे विभाग को आवेदन देकर सर्वे कर्मी के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग करेंगे. कहा कि यदि कार्रवाई नहीं की जायेगी तो बाध्य होकर जोरदार आंदोलन किया जायेगा. मौके पर डॉ अरविंद कुमार, रवि कुमार गुड्डू, बाबुल कुमार, अनमोल यादव, अनिल कुमार, रामनारायण यादव, संत राम, अमन यादव, जयनारायण यादव, मुक्ति प्रसाद यादव, विजय यादव, हरिमोहन प्रसाद, किनू यादव, अवधेश यादव, राजीव कुमार, राहुल कुमार, बलिंदर यादव, विकास यादव, पूर्व मुखिया वीरेंद्र मंडल, अरुण यादव, दिलीप यादव सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.
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