कोशी पीड़ितों ने बाढ़ घोषित कराने व कटाव पीड़ितों को बसाने के लिए दिया धरना

तटबंध के अनेक गांवों में पानी के दबाव के कारण एक भी फसल नहीं लगी है

By Prabhat Khabar News Desk | August 8, 2024 9:19 PM

सुपौल. कोशी नव निर्माण मंच द्वारा गुरुवार को 12 सूत्री मांगों को लेकर भुवनेश्वर प्रसाद की अध्यक्षता एवं इंद्र नारायण सिंह के संचालन में जिला मुख्यालय स्थित डिग्री कॉलेज चौक पर एक दिवसीय धरना दिया. धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कोसी तटबंध के भीतर घरों व रास्ते में भरे हुए पानी में रहने की पीड़ा बताई. साथ ही कटाव के कारण सामान के नदी में समा जाने की की व्यथा बतायी. वक्ताओं ने कहा कि बाढ़ के लिए सरकारी प्रावधानों के अनुरूप 05 दिन ही नदी के पानी से घिरे रहने वाले गांव बाढ़ पीड़ित होते हैं. उस स्थिति में महीनों से बाढ़ की पीड़ा झेल रहे लोगों के प्रति प्रशासन संवेदनशील नहीं है. धरना स्थल से 12 सूत्रीय मांग पत्र तैयार किया गया. उसके बाद इंद्र नारायण सिंह, भुवनेश्वर प्रसाद, उमेश मंडल, योगेंद्र मुखिया, उपेंद्र यादव, सीता देवी, नीलम देवी व मुकेश का संयुक्त प्रतिनिधि मंडल जिला पदाधिकारी के अनुपस्थिति में उप विकास आयुक्त से वार्ता किया. उप विकास आयुक्त ने पूरी मांगों को समझने के बाद जिला पदाधिकारी के आने के बाद उनसे कार्रवाई करने के लिए कहने का आश्वासन दिया.

ये है मांग पत्र

12 सूत्री तत्कालीक मांगों में सुपौल जिले के कोशी पूर्वी और पश्चिमी तटबंध एवं सुरक्षा बांधगाइड बांध के बीच के गांवों को बाढ़ घोषित कर निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के तहत कार्य करने, सभी कटाव पीड़ित जिन्हें बसने के लिये कुछ नहीं है, उसे सरकारी जमीन में बसाने, पक्के व कच्चे घर का का सर्वे कर क्षतिपूर्ति देने, तटबंध के भीतर जहां गांव कट रहे हैं. जिन-जिन गांवों में जरूरत लग रही है, वहां पर कम्युनिटी किचन की व्यवस्था करने, कटाव पीड़ितों के समान निकालने के लिए सरकारी नावों की व्यवस्था करने, मुफ्त साहाय्य राशि के लिए 7000 रुपये का भुगतान सभी बाढ़ पीड़ित परिवारों देने, तटबंध के अनेक गांवों में पानी के दबाव के कारण एक भी फसल नहीं लगी है, इसलिए उन सभी क्षेत्रों का सर्वे कराकर किसानों को फसल इनपुट अनुदान का लाभ देने, सभी घाटों पर अनुबंधित नावों पर बोर्ड व फ्लैक्स लगवाने तथा जहां नाव नहीं है, वहां नावों को व्यवस्था की करने, तटबंध के भीतर नावों पर मोबाइल डिस्पेंसरी स्थापित कराकर इलाज के लिए सभी गांवों में भेजने की आदि मांगें शामिल है.

धरना में अशोक कुमार, मो सदरुल, मोजुल्हक, परमेश्वर यादव, मो अब्बास, श्याम, शिव नारायण साह, मुकेश कुमार यादव, माले नेता अरविंद शर्मा, बैरिया के मुखिया तुलाय पासवान, संजय कुमार, विजय साह, हासिम, भूपेंद्र यादव, अरविंद मेहता, संदीप यादव, रामचंद्र यादव, दुखी लाल, संतोष मुखिया, सुनील, महेंद्र यादव, मनिका देवी, प्रमोद राम, प्रियंका, धर्मेंद्र राजेंद्र यादव, रौशन कुमार, अमलेश यादव, जय प्रकाश, मनोज, रामचद्र शर्मा, उमेश आदि मौजूद थे.

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